
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद अपने लिए एक सरकारी बंगले की मांग की है। इससे पहले, राजस्थान के पूर्व विधायक के तौर पर उन्हें लगभग ₹42,000 प्रति माह पेंशन स्वीकृत की गई थी। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय को एक उपयुक्त सरकारी आवास आवंटित करने के लिए पत्र लिखा है। फ़िलहाल, वह दक्षिण दिल्ली स्थित एक निजी फार्महाउस में रहने चले गए हैं, जबकि सरकारी बंगले के आवंटन पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद उनकी नई मांगें चर्चा में आ गई हैं। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने अपने कानूनी अधिकारों के तहत पेंशन और सरकारी आवास के लिए आवेदन किया है।
पूर्व विधायक के रूप में पेंशन स्वीकृत
जगदीप धनखड़ राजस्थान की किशनगढ़ सीट से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने इसी आधार पर पूर्व विधायक के तौर पर पेंशन के लिए आवेदन किया था। हाल ही में राजस्थान विधानसभा ने उनकी पेंशन को मंजूरी दे दी है। इस पेंशन के तहत उन्हें लगभग ₹42,000 प्रति माह मिलेंगे। यह कदम उनकी राजनीतिक विरासत और सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभों से जुड़ा है।
सरकारी बंगले की मांग
पूर्व उपराष्ट्रपति पद से 21 जुलाई को इस्तीफा देने के लगभग डेढ़ महीने बाद, जगदीप धनखड़ ने गृह एवं शहरी विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर सरकारी आवास की मांग की है। वह फिलहाल दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर इलाके में एक निजी फार्महाउस में शिफ्ट हो गए हैं, जो इनेलो नेता अभय चौटाला का है। सूत्रों के अनुसार, लुटियंस दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर 34 नंबर पर एक टाइप-ए बंगला उनके लिए तैयार रखा गया है। हालाँकि, इस संबंध में अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्रालय जल्द ही इस मुद्दे पर निर्णय ले सकता है।
अचानक इस्तीफा और भविष्य को लेकर अटकलें
जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने कई लोगों को चौंका दिया था। उनके इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में कई अटकलें लगाई जा रही थीं। अब पेंशन और सरकारी आवास की उनकी मांग उनके भविष्य की योजनाओं पर और रोशनी डालती है। सरकार उनकी दोनों मांगों पर विचार कर रही है और जल्द ही कोई फैसला लेने की संभावना है।