img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग थाना नरेंद्रनगर क्षेत्र में पुलिस चौकी प्लासड़ा के पास मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण मार्ग खुलने में विलंब हो सकता है। राजधानी देहरादून में भी कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, और झाझरा में कुछ लोगों के नदी में फंसे होने की सूचना है, जो भयावह स्थिति का संकेत दे रहा है।

24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी:

मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बागेश्वर, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी और टिहरी जनपदों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। विशेष रूप से मसूरी, डोईवाला, चकराता, रुड़की, लक्सर, देवप्रयाग, श्रीनगर, कपकोट, राम नगर, मुक्तेश्वर, कोटद्वार और इनके आसपास के क्षेत्रों में भारी से अति भारी वर्षा के साथ-साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।

पिथौरागढ़ में बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त:

पिथौरागढ़ में भी स्थिति गंभीर है। रविवार रात सीमांत तहसीलों में भारी वर्षा के कारण जगह-जगह जलभराव हो गया। बंगापानी में 136 मिमी, तेजम में 107 मिमी, मुनस्यारी में 69 मिमी, डीडीहाट में 68 मिमी और धारचूला में 44 मिमी बारिश दर्ज की गई। चीन सीमा से संपर्क दूसरे दिन भी टूटा रहा। कुटी और नाबी पूजा के लिए जा रहे 40-50 ग्रामीण गस्कू और पांगला के पास फंस गए, जिन्हें रात में पैदल पांगला पहुंचना पड़ा। तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग पर कोकलखेत के पास पहाड़ियों से लगातार पानी, मिट्टी और पत्थर गिर रहे हैं। सोबला के पास भी भारी वर्षा के कारण पहाड़ियों से पत्थर गिर रहे हैं।

कई मार्ग बंद, यातायात प्रभावित:

पिथौरागढ़ तवाघाट हाईवे लखनपुर के पास 5 घंटे, जबकि जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग छह घंटे तक बंद रहा। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग, तवाघाट-दारमा, मुनस्यारी-मिलम सहित कुल 25 मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

हरिद्वार के निचले इलाकों में जलभराव:

हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में रविवार रात से जारी बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। इससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही हैं। चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक और रेलवे पुलिया के नीचे जलभराव के कारण भेल और जिला मुख्यालय की ओर जाने वाले लोगों को पुराना रानीपुर मोड़ से होकर वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करना पड़ रहा है। ज्वालापुर रेलवे अंडरपास में भी पानी जमा होने से परेशानी बढ़ गई है।

गंगा का जलस्तर बढ़ा, स्कूलों में छुट्टी:

लगातार वर्षा के कारण गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। भीमगोडा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर 293 मीटर से 50 सेंटीमीटर नीचे बह रहा है। बारिश के कारण कई स्थानों पर स्कूलों में भी समय से पूर्व छुट्टी घोषित कर दी गई है।