
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान AI171 को लेकर अहम जानकारी सामने आई है। पता चला है कि उड़ान भरने के 30 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान का टेक-ऑफ वजन 2,13,401 किलोग्राम था, जो निर्धारित सीमा 2,18,183 किलोग्राम से कम था।
12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए दुखद हवाई हादसे ने सभी को हिलाकर रख दिया था। आज भी लोग इस हादसे को भुला नहीं पाए हैं। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 उड़ान भरने के महज 30 सेकंड बाद ही क्रैश हो गई थी। अब इस हादसे की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कई बातें सामने आ रही हैं। इस शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि हादसे का शिकार हुए बोइंग 787 विमान का वजन उड़ान के वक्त कितना था, उसका वजन कितना होना चाहिए था और उसमें कितना ईंधन भरा था। आपको बता दें कि विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी, जबकि अन्य 19 लोगों की मौत जमीन पर हुई थी। विमान में सवार केवल एक व्यक्ति ही हादसे में बच पाया।
विमान का वजन पूरी तरह से निर्धारित सीमा के भीतर था।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरते समय विमान में 54,200 किलोग्राम ईंधन था। लोड और ट्रिम शीट के अनुसार, विमान का टेक-ऑफ वजन 2,13,401 किलोग्राम था, जो अधिकतम स्वीकार्य वजन 2,18,183 किलोग्राम से कम था। यानी वजन निर्धारित सीमा के भीतर था। इसके अलावा, विमान में कोई खतरनाक सामान नहीं था। ऐसे में सवाल उठता है कि जब वजन और ईंधन की मात्रा निर्धारित सीमा के भीतर थी, और कोई खतरनाक सामान नहीं था, तो 30 सेकंड में ऐसा क्या हुआ कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया?
पायलट यह पता नहीं लगा सके कि ईंधन कैसे ख़त्म हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने 12 जून को दोपहर 1:38:39 बजे (08:08:39 UTC) पर उड़ान भरी थी। उस समय, सह-पायलट विमान उड़ा रहा था, जबकि कप्तान इसकी निगरानी कर रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड के भीतर, विमान ने 180 समुद्री मील की अधिकतम हवाई गति प्राप्त कर ली। लेकिन इसके तुरंत बाद, 08:08:42 UTC पर, दोनों इंजनों (इंजन 1 और इंजन 2) के ईंधन कटऑफ स्विच एक सेकंड के अंतर से रन से कटऑफ स्थिति में चले गए। इससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई, और दोनों इंजनों (N1 और N2) की गति तेजी से कम होने लगी। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चला कि विमान की ईंधन आपूर्ति अचानक बंद हो गई थी, और दोनों पायलट समझ नहीं पाए कि ऐसा क्यों हुआ।