Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भैयादूज के शुभ अवसर पर गुरुवार को हिमालय की ठंडी वादियां श्रद्धा और उत्साह से भर उठीं। चारों ओर हर-हर महादेव और जय मां यमुना के स्वर गूंजते रहे, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। ऐसा लग रहा था मानो बर्फ से ढकी चोटियां भी इस दिव्य माहौल में शामिल हो गई हों।
विधि-विधान के साथ बंद हुए केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट
शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चारण और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। सुबह से ही हजारों श्रद्धालु इस पवित्र क्षण के साक्षी बनने पहुंचे। भक्तों की भीड़ और उनकी भावनाओं ने पूरे धाम को भक्ति की अनुभूति से भर दिया।
केदारनाथ धाम में श्रद्धा का अद्भुत दृश्य
समुद्रतल से 11,657 फीट की ऊंचाई पर बसे केदारनाथ धाम में कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह पांच बजे शुरू हुई। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ के अनुसार, यज्ञ और पूजा के बाद मुख्य पुजारी बागेश लिंग और अन्य आचार्यों ने स्वयंभू शिवलिंग का शृंगार उतारकर भस्म, बेलपत्र और पुष्पों से समाधि दी। इसके बाद गर्भगृह और अन्य छोटे मंदिरों के कपाट बंद किए गए।
जयकारों से गूंज उठा धाम
अनुराधा नक्षत्र में सुबह 8:30 बजे बाबा केदार की पंचमुखी डोली मंदिर से बाहर लाई गई। सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच कपाट बंद किए गए और वातावरण बाबा के जयघोष से गूंज उठा। डोली ने मंदिर की तीन परिक्रमा की और रामपुर के लिए रवाना हुई, जहां रात्रि विश्राम हुआ।
श्रद्धालुओं का अपार उत्साह
हजारों श्रद्धालु बाबा की डोली के साथ पैदल यात्रा पर निकले। रास्ते में जगह-जगह भंडारे लगाए गए ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। बाबा केदार की डोली 24 अक्टूबर को गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर और 25 अक्टूबर को ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। वहीं अगले छह महीनों तक बाबा यहीं विराजमान रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट बंद होने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप आज केदारपुरी भव्य और दिव्य स्वरूप में दिखाई देती है। इस वर्ष चारधाम यात्रा में रेकॉर्ड 50 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शीतकालीन यात्रा को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि श्रद्धालु सर्दियों में भी बाबा केदार के दर्शन कर सकें।
मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि इस यात्रा सत्र में 17,68,795 तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक संख्या है जो श्रद्धा की गहराई को दर्शाती है।




