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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के चकलुवा क्षेत्र के रतनपुर गांव में अडानी ग्रुप के कर्मियों को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा, जब वे स्मार्ट मीटर लगाने पहुंचे। ग्रामीणों के विरोध के चलते टीम को काम रोकना पड़ा और बैरंग लौटना पड़ा।

चार घरों में लगे मीटर, फिर भड़के ग्रामीण

गुरुवार को रतनपुर गांव में स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची टीम ने चार घरों में मीटर स्थापित कर दिए थे। लेकिन जैसे ही गांव में इसकी जानकारी फैली, दर्जनों ग्रामीण मौके पर जुट गए और जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।

ग्रामीणों का कहना था कि स्मार्ट मीटर से बिजली बिलों में मनमाना बढ़ोतरी होती है, जिससे वे अधिक भुगतान करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह व्यवस्था उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन है।

ग्राम प्रधान ने विभाग को दिया लिखित विरोध पत्र

गांव की ग्राम प्रधान आशा मेहरा ने ग्रामीणों की आपत्तियों को देखते हुए स्मार्ट मीटर न लगाने की मांग करते हुए लिखित पत्र विद्युत विभाग को सौंपा।
स्थिति बिगड़ती देख विभाग की टीम को काम रोककर लौटना पड़ा।

विभाग ने बताया — “भ्रम फैला है, अधिक बिल नहीं आएगा”

इस घटना पर एसडीओ दीपक पाठक ने कहा कि

“स्मार्ट मीटर को लेकर ग्रामीणों में गलतफहमी है। इनसे बिल अधिक नहीं आएंगे। अगर किसी उपभोक्ता को कोई समस्या होती है तो उसका समाधान विभाग की ओर से किया जाएगा।”