img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पौड़ी जिले के लैंसडौन में स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर सिर्फ देश की रक्षा में ही नहीं, बल्कि स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण जैसे क्षेत्र में भी अपनी मिसाल कायम कर रहा है। हाल ही में मिलिट्री स्टेशन ने राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट क्लीन, ग्रीन और सतत विकास प्रतियोगिता-2025 में पहला स्थान हासिल किया।

इस पुरस्कार को कमांडेंट ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी 7 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले संयुक्त आर्मी कमांडर सम्मेलन में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी से ग्रहण करेंगे।

लैंसडौन मिलिट्री स्टेशन ने पिछले साल यानी 2024 में सेंट्रल कमांड लखनऊ स्तर की प्रतियोगिता में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इसी आधार पर इसका चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया। दो सितंबर को सभी स्टेशनों ने दिल्ली के आर्मी हेडक्वार्टर में प्रस्तुतीकरण दिया।

डिप्टी कमांडेंट कर्नल कुलदीप सिरोही ने लैंसडौन की तरफ से प्रस्तुति दी। 15 सितंबर को आर्मी हेडक्वार्टर की टीम ने तीन दिन तक लैंसडौन का निरीक्षण किया। परिणामस्वरूप, मंगलवार को यह खबर आई कि लैंसडौन ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।

इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार से भी सम्मानित

गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर वर्षों से स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी रहा है। 2008 में इसके प्रयासों के लिए इसे इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

सफलता के प्रमुख कारण

हरियाली संरक्षण: स्टेशन और आसपास के क्षेत्र में 5,000 से अधिक पौधे रोपे गए हैं, जिनकी निरंतर देखभाल की जा रही है। राज्य वृक्ष बुरांश के संरक्षण के लिए विशेष वाटिका बनाई गई है।

जल संरक्षण: तीन चेक डैम बनाए गए हैं, जिन्हें नवीनीकरण और विस्तार किया जा रहा है। सूख चुके जलस्रोतों को पुनर्जीवित किया गया है।

ऊर्जा संरक्षण: पूरे क्षेत्र में LED और सोलर लाइट्स के साथ प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं।

कूड़ा प्रबंधन: जैविक और अजैविक कचरे को अलग-अलग संग्रहित कर, रिसाइकिल किया जा रहा है।

पर्यटन: दो झीलें बनाई गई हैं, जहां नौकायन की सुविधा उपलब्ध है। मचान और अन्य निर्माण पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।

रोजगार: झीलों में मत्स्य पालन योजना चल रही है।

प्रतियोगिता का ढांचा

रेजिमेंटल सेंटर के लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर ने बताया कि प्रतियोगिता तीन वर्गों में हुई:

10,000+ आबादी वाले स्टेशनों में

5,000-10,000 आबादी वाले स्टेशनों में

5,000 से कम आबादी वाले स्टेशनों में

ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी के अनुसार, यह पुरस्कार नगर की जनता, सफाई कर्मचारियों और प्रत्येक सैनिक के योगदान का परिणाम है। उन्होंने कहा, “भविष्य में भी लैंसडौन को अग्रणी बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेंगे।”