
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कानपुर की धरती से देशवासियों का दिल जीत लिया। शुक्रवार को जब वह सीएसए मैदान में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, तो वहां का नजारा बिल्कुल अलग था—हर तरफ मोदी-मोदी की गूंज, ढोल-मंजीरे की थाप और हजारों लोगों का जोश देखते ही बनता था।
महज 30 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने 18 बार 'कानपुर' का नाम लिया और हर बार उसे यूपी की शान बताया। उन्होंने कानपुर को 'कनपुरिया' कहकर संबोधित किया, जिससे जनता के दिल में उनके लिए और गहराई से जगह बन गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में ही मोदी ने जनता से जुड़ाव का खास उदाहरण पेश किया। एक बच्ची जो अपनी पेंटिंग लेकर काफी देर से खड़ी थी, उस पर पीएम मोदी की नजर पड़ी। उन्होंने एसपीजी को कहा कि बच्ची से चित्र ले लें और नाम-पता लेकर उसे पत्र भेजा जाएगा। यह छोटी-सी बात, मगर भावनात्मक जुड़ाव का बड़ा संकेत था।
पीएम की नजर एक छोटे बच्चे पर भी पड़ी जो लगातार हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहा था। मोदी ने मुस्कराकर कहा, "ओ बालक, थक जाओगे, अब हाथ नीचे कर लो। भारत माता की जय!"
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान को घेरा और सेना की ताकत, ब्रह्मोस मिसाइल, डिफेंस कॉरिडोर जैसी योजनाओं से आत्मनिर्भरता की बात की। उद्योगों को दोबारा खड़ा करने और रोजगार के अवसरों का वादा किया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार कानपुर की खोई हुई पहचान वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कानपुर के विकास को लेकर उन्होंने मेट्रो कनेक्टिविटी, एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, यातायात सुधार, 18 क्रॉसिंग का समाधान जैसी परियोजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए बेहतर माहौल, सरल प्रक्रिया और MSME सेक्टर के लाभों की जानकारी दी।
सभा के पहले कवियों ने सेना के शौर्य को समर्पित रचनाएं प्रस्तुत कीं। “इस्लामाबाद तक तिरंगा फहराएंगे” जैसी पंक्तियों ने लोगों में देशभक्ति की भावना को और भी मजबूत कर दिया।
अंत में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह जब पीएम मोदी का स्वागत करने पहुंचे, तो पीएम ने मुस्कराकर पूछा—"कैसा है कानपुर?" और फिर मुस्कराते हुए बोले, “विकास कार्य अच्छे से चल रहे हैं, और अच्छे से कीजिए।” यह दौरा सिर्फ एक भाषण नहीं था, बल्कि एक जुड़ाव था—कानपुर और मोदी के बीच भरोसे और विकास की नई शुरुआत।