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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : संसद के मानसून सत्र में लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के तीखे आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संघर्ष विराम के दावों और सेना के हाथ बांधने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस से अपील की कि वह 'एक परिवार के दबाव में आकर पाकिस्तान को क्लीन चिट देना बंद करे' और 'देश की जीत का मजाक न बनाए'। उन्होंने जोर देकर कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने साबित कर दिया है कि अब आतंकी हमलों की कीमत सिर्फ आम लोगों को ही नहीं, बल्कि उसके आकाओं और पाकिस्तान को भी चुकानी पड़ेगी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने पिछले 10 सालों में आत्मनिर्भरता के जरिए तकनीकी युद्ध की तैयारी की है, जिसके चलते 'मेड इन इंडिया' मिसाइलों ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोल दी है। उन्होंने 6 मई की रात और 7 मई की सुबह हुए जवाबी हमले का जिक्र किया और साफ किया कि भारत ने पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल को भी नाकाम कर दिया है।

कांग्रेस पर सीधा हमला: पाकिस्तान को क्लीन चिट देना बंद करो

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, "मैं अपने कांग्रेसी साथियों से अनुरोध करता हूँ कि एक परिवार के दबाव में आकर पाकिस्तान को क्लीन चिट देना बंद करें। देश की जीत के क्षण को कांग्रेस उपहास का क्षण न बनाए। कांग्रेस को अपनी गलती सुधारनी चाहिए।" उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि चर्चा होनी चाहिए, लेकिन इस तरह कि दुश्मन डर जाए। बस इतना ध्यान रखें कि सिंदूर की लाज और सेना का सम्मान सवालों में भी अटल रहे। अगर भारत माता पर हमला हुआ तो भीषण हमला करना होगा। दुश्मन कहीं भी हो, हमें भारत के लिए जीना है।"

' मैं एक दर्पण में खड़ा हूँ '

पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, "सत्र की शुरुआत में मैंने मीडिया के लोगों से कहा था कि ये सत्र भारत की महिमा का गुणगान करने का है, ये सत्र भारत की विजय का है। जब मैं विजय कहता हूँ, तो वो आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने की विजय है। मैं सदन में भारत का पक्ष रखने और भारत का पक्ष न देखने वालों को आईना दिखाने के लिए खड़ा हुआ हूँ। मैं देश के 140 करोड़ लोगों की आवाज़ में शामिल होने के लिए खड़ा हुआ हूँ।"

' पिछले 10 सालों में की गई थी तैयारी '

'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर ज़ोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "हमने पिछले 10 सालों में पूरी तैयारी कर ली थी, वरना इस तकनीकी युद्ध में हमें इतना बड़ा नुकसान होता, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुनिया ने 'आत्मनिर्भर भारत' की ताकत को पहचाना। 'मेड इन इंडिया' मिसाइलों ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोल दी।" उन्होंने आगे कहा, "पहले भी आतंकवादी घटनाएँ होती थीं, लेकिन तब आतंकवाद के आकाओं को यकीन होता था कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अब उन्हें पता है कि अब भारत आएगा, मारेगा और जाएगा। भारत ने यह नया नॉर्मल सेट किया है। हमने सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की है।"

भारत परमाणु खतरों से नहीं डरता

पीएम मोदी ने कहा, "पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी सेना को अंदाज़ा हो गया था कि भारत कार्रवाई करेगा। परमाणु धमकियों के बयान भी आने लगे थे। भारत ने 6 मई की रात और 7 मई की सुबह जो सोचा था, वो कर दिखाया। हमारी सेना ने 22 अप्रैल को तय समय के अंदर, 22 मिनट में बदला ले लिया।" उन्होंने गर्व से कहा, "हम वहाँ पहुँच गए जहाँ हम कभी पहुँच ही नहीं सकते थे। पाकिस्तान के कोने-कोने में मौजूद आतंकी ठिकानों को राख में मिला दिया गया। हमारे सैनिकों ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान की परमाणु धमकी झूठी साबित हुई। भारत ने पाकिस्तान को समझा दिया कि अब परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा और न ही भारत परमाणु आरोपों के आगे झुकेगा। भारत ने पाकिस्तान के सीने पर सटीक हमले किए और पाकिस्तान के एयरबेस को काफी नुकसान पहुँचाया। आज भी उनके कई एयरबेस आईसीयू में पड़े हैं।"

ऑपरेशन सिंदूर के तीन सिद्धांत

प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तीन सिद्धांतों की व्याख्या की: "यदि भारत पर कोई आतंकवादी हमला करता है, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर जवाब देंगे। दूसरा, अब कोई परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा और तीसरा, हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार और आतंकवाद के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।"

विश्व समर्थन और कांग्रेस का अभाव

प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि दुनिया के किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाने से नहीं रोका। उन्होंने कहा, "संयुक्त राष्ट्र में 193 देशों में से सिर्फ़ तीन देशों ने पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया। क्वाड, ब्रिक्स, कोई भी देश, भारत को पूरी दुनिया से समर्थन मिला। मैं विदेश नीति पर साफ़ कह रहा हूँ कि मुझे दुनिया से समर्थन मिला, लेकिन दुर्भाग्य से मेरे देश के वीरों की बहादुरी को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत आतंकवादी हमलों का अपने तरीके से जवाब देता है। उन्होंने दोहराया कि 'मेड इन इंडिया' ड्रोन और मिसाइलों ने पाकिस्तान के हथियारों की असलियत उजागर कर दी है। "अब आतंकवाद के आका और उसके संरक्षक में कोई फ़र्क़ नहीं रहेगा।" उन्होंने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह भारत ने ऐसे हमले किए जिसकी पाकिस्तान कल्पना भी नहीं कर सकता था। "अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान कोई बड़ा हमला कर सकता है, लेकिन भारत ने साफ़ कह दिया था कि हम गोलियों से जवाब देंगे और वही हुआ।"

कांग्रेस पर निशाना: सेना से सबूत मांगने वालों का मनोबल गिरा

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद भी सेना से सबूत मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेना पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा पर विश्वास करती है और खुद को सिर्फ़ ख़बरों में बनाए रखना चाहती है, देशवासियों के दिलों में नहीं। पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने एक हज़ार से ज़्यादा मिसाइलों और ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सब कुछ ध्वस्त कर दिया। आदमपुर एयरबेस पर हमले की फ़र्ज़ी ख़बर को ग़लत साबित करने के लिए वह ख़ुद वहाँ गए, फिर भी कांग्रेस नहीं मान रही।

विपक्ष पर व्यंग्य

पीएम मोदी ने अन्य विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि पहलगाम के हमलावरों को 28 जुलाई को 'ऑपरेशन महादेव' में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था, लेकिन सदन ने ठहाके लगाकर पूछा कि यह 28 जुलाई को ही क्यों हुआ। प्रधानमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा, "क्या यह ऑपरेशन सावन के सोमवार को गढ़ा गया था? इन लोगों को क्या हो गया है? कितनी निराशा और हताशा।" उन्होंने आगे कहा, "पिछले कई हफ़्तों से हम पूछ रहे हैं कि पहलगाम के आतंकवादियों का क्या हुआ। अब जब यह हो गया है, तो हम पूछ रहे हैं कि यह 28 जुलाई को ही क्यों हुआ।" उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कोई विचार नहीं था और विपक्षी दल हर रक्षा सौदे में अवसर तलाश रहा था।