
Prabhat Vaibhav, Digital Desk: भारत में आगामी मानसून के लिए प्रमुख मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों स्काईमेट और भारत मौसम विज्ञान विभाग ( आईएमडी ) दोनों ने अपने पूर्वानुमान जारी किए हैं, जो देश में अच्छी बारिश की संभावना को दर्शाते हैं। ये पूर्वानुमान भारत के कृषि क्षेत्र और अर्थव्यवस्था के लिए उम्मीद की किरण लेकर आए हैं।
स्काईमेट और आईएमडी का वर्षा प्रतिशत
- स्काईमेट: स्काईमेट के अनुसार, इस मानसून में 103% वर्षा के साथ मानसून सामान्य रह सकता है ।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ( आईएमडी): आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 105% वर्षा के साथ मानसून सामान्य से बेहतर हो सकता है ।
मानसून को प्रभावित करने वाले कारक
पूर्वानुमान के अनुसार, मानसून पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले मुख्य कारक इस बार सकारात्मक दिख रहे हैं:
- अल नीनो : स्काईमेट के अनुसार मानसून में बाधा डालने वाला अल नीनो इस बार सक्रिय नहीं है और मानसून के दौरान इसके सक्रिय होने की संभावना भी नहीं है। यह बहुत सकारात्मक संकेत है।
- ला नीना : कुछ समय तक सक्रिय रहने के बाद, ला नीना वर्तमान में तटस्थ की ओर बढ़ रहा है, और मानसून के दौरान भी इसके तटस्थ रहने की संभावना है।
- हिंद महासागर डिपोल ( IOD): हिंद महासागर डिपोल (जो हिंद महासागर में तापमान अंतर को दर्शाता है) भी मानसून से पहले सकारात्मक हो जाएगा । सकारात्मक IOD भारत में अच्छी वर्षा के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाता है।
ये सभी कारक संकेत देते हैं कि यह मानसून खराब नहीं होगा।
औसत वर्षा और संभावनाएँ
सामान्य मानसून के अनुसार देश में औसतन 895 मिमी बारिश हो सकती है । 96% से 104% औसत बारिश के साथ सामान्य मानसून की 40% संभावना है, जबकि 104% से अधिक बारिश होने की 30% संभावना है। इसका मतलब है कि मानसून के सामान्य या बेहतर रहने की कुल संभावना 70% है , जिसके कारण इस मानसून को अच्छा माना जा रहा है।
ये पूर्वानुमान किसानों और कृषि आधारित उद्योगों के लिए बहुत उत्साहवर्धक हैं, क्योंकि अच्छी वर्षा से फसल उत्पादन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
गुजरात में मानसून कब आएगा?
गुजरात में मानसून का उत्साह अब खत्म होने वाला है। आज यानी 8 जून 2025 से मुंबई और महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है, जिसके चलते 10 जून के आसपास गुजरात के वलसाड के आसपास मानसून पहुंचने की संभावना है ।
मानसून के आगमन और प्रारंभिक चरण का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में मानसून का आगमन शुरुआत में थोड़ा कमजोर रह सकता है। यानी शुरुआती दौर में व्यापक और भारी बारिश की संभावना कम है। हालांकि, यह स्थिति ज्यादा दिन तक नहीं रहेगी।