
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पिछले कुछ दिनों से कमजोर पड़ा मानसून एक बार फिर सक्रिय होता नज़र आ रहा है। उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक घने बादल छा गए हैं और कई जगह झमाझम बारिश हो रही है। शुक्रवार को पूरे दिन बादलों का डेरा रहा और बीच-बीच में तेज़ बौछारें भी दर्ज की गईं।
मौसम विभाग ने शनिवार को देहरादून समेत प्रदेश के छह जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में मानसून की ताक़त और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
शुक्रवार का मौसम
शुक्रवार को सुबह से ही उत्तराखंड के अधिकतर हिस्सों में बादलों का जमावड़ा रहा। कुमाऊं क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। राजधानी देहरादून में दिनभर रिमझिम फुहारें पड़ती रहीं और शाम को तेज़ बौछारों ने मौसम को और भी ठंडा कर दिया। रात तक आसमान में घने बादल छाए रहे और बारिश की संभावना बनी रही।
आज का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि शनिवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और बागेश्वर में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने की आशंका है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग, चमोली, चंपावत और पिथौरागढ़ में यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
मानसून विदाई की तारीख
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल 15 सितंबर से देश से मानसून की विदाई शुरू हो सकती है। सबसे पहले राजस्थान के तटीय इलाकों से मानसून की रेखा पीछे हटेगी। सामान्यत: राजस्थान से मानसून के विदा होने के 15-20 दिनों के भीतर उत्तराखंड से भी इसकी वापसी हो जाती है।