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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में मानसून की रफ़्तार थमती नज़र नहीं आ रही। शुक्रवार को भारी वर्षा के बाद शनिवार सुबह से भी कई इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है। लगातार हो रही इस वर्षा ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने 5 अगस्त तक कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी करते हुए अलर्ट घोषित किया है। बारिश का यह जोरदार दौर तापमान में भी गिरावट ला रहा है, हालांकि लोगों को गर्मी और उमस से कुछ राहत मिलने के संकेत हैं।

उफान पर नदियां, आवागमन बाधित: 7 गांव 'टापू' बने, स्कूल बंद!

पठानकोट में हालात सबसे ज़्यादा चिंताजनक हैं। भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित बमियाल क्षेत्र में उज्ज दरिया खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। रावी दरिया में भी उफान देखने को मिल रहा है, जिसके कारण मकोड़ा पतन पर नावों के परिचालन को स्थगित कर दिया गया है। तेज बहाव के कारण पठानकोट के ताश तूर, लसियान सहित सात गांवों का संपर्क बाकी इलाकों से कट गया है, और स्थानीय निवासी टापू में कैद होकर रह गए हैं। जिलाधीश आदित्य उप्पल ने बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए बमियाल ब्लॉक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की अपील की गई है।

वर्षा का तांडव: जिलोंवार तापमान और वर्षा का आंकड़ा

शुक्रवार को रिकॉर्ड की गई वर्षा और तापमान के आंकड़े स्थिति की गंभीरता दर्शाते हैं:

मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान यह भी बताता है कि अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है, और बिजली गिरने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 33-35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि पछिया हवाएं 8-15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी। शनिवार सुबह से जारी बारिश ने पठानकोट में स्थानीय तापमान को 30 डिग्री सेल्सियस तक नीचे ला दिया है। किसानों के लिए भी सलाह दी गई है कि वे 10 अगस्त तक धान की रोपाई शीघ्र पूरी कर लें और खरीफ मक्का जैसी फसलों में कीट-व्याधियों पर निगरानी रखें।