देहरादून।। उत्तराखंड में एक बार फिर भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई है। राज्य के उत्तरकाशी में शुक्रवार रात भारी बारिश के बाद पुरोला स्थित छाडा के पास बादल फटने के बाद मार्गों पर भारी मलबा आ गया है। बादल फटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। लैंडस्लाइट के कारण नेशनल हाईवे का एक हिस्सा समेत कई सड़कें बह गई हैं। यमुनोत्री हाईवे पर लैंडस्लाइड हो गया। कई गाड़ियां दब गईं।
यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह मलबा, बोल्डर और दलदल होने से आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। वाहन मलबे में फंसे हुए हैं, जिससे यात्री परेशान हैं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। वहीं एसडीआरएफ ने कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में पानी भरने के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगनानी के पास शनिवार को मलबा गिरने के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया, जिसके बाद उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों सहित बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सात जिलों के लिए 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है। अनुमान है कि हरिद्वार, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, देहरादून, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत में शनिवार दोपहर तक भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार 23 जुलाई को पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं 24 जुलाई को देहरादून पौड़ी चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
वहीं राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर में भारी बारिश हुई है। जोधपुर की एक गली में पानी के तेज बहाव में बाइक, स्कूटी और सवार बह गए। यहां 2 घंटे में 66.8 एमएम बारिश हुई। महाराष्ट्र के पालघर, मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। रायगढ़ के इर्शालवाडी में लैंडस्लाइड से मरने वालों की संख्या 22 हाे गई है, वहीं 86 लोग लापता हैं। दिल्ली में एक बार फिर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। हिमाचल में भी 22 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। ओडिशा के 15 जिलों में अगले 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट है।