
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शनि 13 जुलाई की सुबह से मीन राशि में वक्री चाल शुरू कर देंगे। शनि जब भी अपनी चाल बदलते हैं, तो सभी राशियों पर इसका अच्छा और बुरा असर देखने को मिलता है। मीन राशि में शनि का वक्री होना कुछ राशियों के लिए प्रतिकूल साबित होगा, इन राशियों पर शनि की टेढ़ी दृष्टि रहेगी। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये राशियां और शनि के वक्री होने के दौरान इन्हें प्रतिकूल प्रभावों से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
एआरआईएस
शनि आपकी राशि से बारहवें भाव में वक्री होगा। शनि के इस भाव में होने से आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। आपकी लाख कोशिशों के बावजूद, इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होगी। करियर के क्षेत्र में भी आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, इस दौरान आपको ऑफिस की राजनीति से दूर रहना ज़रूरी है। अतीत में की गई किसी गलती के कारण आप इस दौरान परेशानी में पड़ सकते हैं। उपाय के तौर पर आपको काले कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए।
मिथुन
मिथुन राशि वालों के लिए शनि का वक्री होना भी प्रतिकूल साबित हो सकता है। इस दौरान आपको अपने जीवन में अचानक नकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान आपके द्वारा की गई मेहनत भी व्यर्थ जा सकती है। पारिवारिक जीवन में वाद-विवाद की स्थिति के कारण आप मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं। करियर से जुड़ा कोई भी बड़ा फैसला बिना सलाह-मशविरा किए न लें। उपाय के तौर पर आपको शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
लियो
शनि आपकी राशि से अष्टम भाव में वक्री होंगे। यह भाव अनिश्चितता और दुर्घटनाओं का भाव माना जाता है। चूँकि शनि इसी भाव में हैं, इसलिए वाहन आदि चलाते समय आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने से बचें। कार्यस्थल पर माहौल आपके विरुद्ध हो सकता है, यदि आप हर काम धैर्य से करेंगे तो स्थिति में सुधार हो सकता है। घर के लोगों पर अपने विचार थोपने से बचें, इससे घर का माहौल खराब हो सकता है। उपाय के तौर पर शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएँ।
धनुराशि
शनि वक्री होते हुए आपकी परीक्षा लेंगे। इस दौरान आपको हर काम बहुत सोच-समझकर करना होगा। आप अनैतिक कामों से जितना बचेंगे, आपके लिए उतना ही अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको करियर के क्षेत्र में विवादास्पद स्थितियों से बचना चाहिए। रोज़गार की तलाश कर रहे लोगों को कड़ी मेहनत के बाद ही सफलता मिलेगी। साथ ही अपनी सेहत का भी ध्यान रखें। उपाय के तौर पर शनिदेव के बीज मंत्र का जाप करें और योग ध्यान को अपने जीवन में स्थान दें।