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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को राष्ट्र प्रेरणा स्थल पहुंचे, जहां हेलीपैड पर उतरते ही उन्होंने स्वागत के लिए मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद वे गोल्फ कार्ट के माध्यम से स्थल पर स्थापित भव्य कांस्य प्रतिमाओं तक पहुंचे।

प्रधानमंत्री ने यहां स्थापित 65-65 फीट ऊंची प्रतिमाओं को कुछ क्षण एकटक निहारा। उन्होंने क्रमशः डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कांस्य प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धा भाव से नमन किया। इस दौरान उन्हें बताया गया कि इन प्रतिमाओं का डिजाइन प्रख्यात मूर्तिकार राम वी. सुतार और मातूराम द्वारा तैयार किया गया है।

कमल पुष्प की आकृति में विकसित राष्ट्र प्रेरणा स्थल के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिसर में मेडिटेशन सेंटर, विपश्यना केंद्र और योग केंद्र विकसित किए गए हैं, जिससे यह स्थल न केवल वैचारिक प्रेरणा देगा बल्कि लोगों को स्वस्थ जीवनशैली की ओर भी प्रेरित करेगा। यहां 1.72 किलोमीटर लंबा जॉगिंग ट्रैक भी बनाया गया है, जहां स्थानीय लोग सुबह-शाम भ्रमण कर सकते हैं।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने संग्रहालय पहुंचकर भारत माता की दस फीट ऊंची प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। संग्रहालय की दीवार पर अंकित वंदे मातरम् को देखा और इसके बाद तीन मिनट का जानकारीपरक वीडियो भी देखा।

प्रधानमंत्री ने जनसंघ और भाजपा के इतिहास को दर्शाने वाले गलियारों का भ्रमण किया। उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी गैलरी, बंगाल विभाजन गलियारा, दीनदयाल उपाध्याय गैलरी और अटल बिहारी वाजपेयी गैलरी में प्रदर्शित जीवन प्रसंगों को रुचि से देखा। अटल बिहारी वाजपेयी की राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत कविता की पंक्तियां पढ़ते हुए वे मुस्कुराते नजर आए।

संग्रहालय में जनसंघ के प्रतीक जलता दीपक और सुदर्शन चक्र की प्रतिकृतियां, नेताओं के होलोग्राफिक डिस्प्ले, भित्ति चित्र और राष्ट्रनायकों से जुड़े व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं—जैसे तख्त, मेज-कुर्सी और छड़ी—भी प्रदर्शित की गई हैं। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आधुनिक राष्ट्रवाद तक की यात्रा को संग्रहालय में प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है, जिसने प्रधानमंत्री को विशेष रूप से प्रभावित किया।