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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कांग्रेस की दिल्ली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर लगाए गए नारों पर उत्तराखंड में भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में एक मीडिया समूह के कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस तरह की भाषा और बयान कांग्रेस की हताशा और निराशा को दर्शाते हैं। उनके मुताबिक, यह उस स्तर को दिखाता है, जहां राजनीतिक असहमति की जगह व्यक्तिगत और असंयमित टिप्पणियां ले रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के गरीब वर्ग के लिए उम्मीद और भरोसे का नाम बन चुके हैं। सीमाओं पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाने से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति मजबूत करने तक, उनका नेतृत्व साफ दिखाई देता है। ऐसे में प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी यह सवाल खड़ा करती है कि कांग्रेस किस दिशा में जा रही है।

विरोध के नाम पर देश का विरोध

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कांग्रेस के कुछ नेता प्रधानमंत्री का विरोध करते-करते देश के हितों के खिलाफ खड़े नजर आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यही रवैया पहले भी देखा गया है। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस और उसके सहयोगियों की ओर से इसी तरह के नारे लगाए गए थे, जिसका जवाब वहां की जनता ने चुनाव परिणामों के जरिए दिया।

मुख्यमंत्री धामी का कहना था कि जनता अब इस तरह की राजनीति को समझ चुकी है। आने वाले समय में इस तरह की भाषा और सोच कांग्रेस को और कमजोर ही करेगी।

कांग्रेस की गिरती जमीन पर टिप्पणी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के बयान कांग्रेस की बची-खुची राजनीतिक जमीन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी ने कभी भारत के कांग्रेस-मुक्त होने की बात कही थी और मौजूदा हालात देखकर लगता है कि कांग्रेस के नेता खुद ही उस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।

उन्होंने साफ किया कि लोकतंत्र में आलोचना का अधिकार सभी को है, लेकिन उसकी एक मर्यादा होती है। जब वह मर्यादा टूटती है, तो जनता जवाब देना जानती है।