
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बारिश और भूस्खलन के कारण पूरे देश में बड़े पैमाने पर विनाश देखा जा रहा है।

इन दिनों भारी बारिश और भूस्खलन के कारण देशभर में बड़े पैमाने पर तबाही मची हुई है। महाराष्ट्र से लेकर मनाली तक प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है।

माता वैष्णो देवी मंदिर के यात्रा मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास भूस्खलन में दबे तीर्थयात्रियों का बचाव अभियान बुधवार दोपहर तक पूरा हो गया। ट्रैक और माता वैष्णो देवी भवन को खाली करा लिया गया है। इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या 41 हो गई है।

महाराष्ट्र के पालघर ज़िले के विरार में एक अवैध इमारत का एक हिस्सा गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। दमकल और एनडीआरएफ की टीमों ने घटनास्थल पर बचाव अभियान चलाया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।

बुधवार को कटरा-रियासी मार्ग पर पुलिस चेकपोस्ट के पास एक और बड़े भूस्खलन के कारण सड़क पूरी तरह से बंद हो गई।

पंजाब के गुरदासपुर ज़िले के दबुरी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे 381 छात्रों और 70 शिक्षकों को निकालने के लिए बुधवार को बचाव अभियान शुरू किया गया। सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। बाढ़ प्रभावित पठानकोट में स्थिति गंभीर बनी हुई है।

हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मची हुई है। राजधानी शिमला में मंगलवार को भारी बारिश और भूस्खलन के कारण एक वाहन कीचड़ में फंस गया।

भारी बारिश के कारण मनाली हाईवे बंद हो गया है। कई सड़कों पर भूस्खलन हो रहा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मनाली के लेफ्ट बैंक रोड पर खड़ी एक पिकअप सड़क धंसने के बाद ब्यास नदी में गिर गई।

उत्तराखंड में कुदरत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर भूस्खलन से सड़क का 200 मीटर लंबा हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। सैकड़ों तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं।