
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शुक्रवार की सुबह जिले में झमाझम बारिश हुई। लगातार बरसात से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी में सिल्ट आने से कई पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हो गईं। सात सड़कों पर मलबा और पत्थर गिरने से यातायात ठप हो गया। वहीं, खेतों में धान और मवेशियों के लिए चारा इकट्ठा कर रहे किसानों की मेहनत पर भी पानी फिर गया। कपकोट क्षेत्र के सभी स्कूल (कक्षा 1 से 12 तक) और आंगनबाड़ी केंद्र दिनभर बंद रहे।
बारिश का दौर अभी भी रुक-रुक कर जारी है। मौसम विभाग की चेतावनी और तेज बारिश की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी ने सुबह ही स्कूल बंद करने का आदेश दिया। हालांकि आदेश देर से जारी हुआ, जिसकी वजह से कई बच्चे घरों से स्कूल निकल पड़े और शिक्षक भी आधे रास्ते तक पहुंच गए थे। बाद में सभी सरकारी स्कूलों को बंद करवा दिया गया।
कांडे कन्याल गांव में संजय राम पुत्र फकीर राम का घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद परिवार ने घर छोड़ दिया है।
शुक्रवार को सबसे ज्यादा 20 मिमी बारिश बागेश्वर में दर्ज की गई, जबकि कपकोट में 9 मिमी बारिश हुई। सरयू नदी का जलस्तर 866.30 मीटर, गोमती नदी 863.10 मीटर और बैजनाथ बैराज 1112.600 मीटर पर बना हुआ है।
बिजली और संचार सेवाओं पर असर
भारी बारिश से हिमालयी गांवों में बिजली और संचार सेवाएं ठप हो गईं। सौंग गांव के राजू टाकुली ने बताया कि बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर जल गया है और गांव में बिजली सप्लाई बंद है। वहीं, सरयू घाटी के दयाल सिंह ने कहा कि शुक्रवार सुबह से न तो बिजली है और न ही संचार सेवा, जिसकी वजह से लोगों तक जरूरी सूचनाएं पहुंचना भी मुश्किल हो गया है।