
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राजनीति में एक नई 'चर्चा' ने ज़ोर पकड़ लिया है! बुधवार (9 जुलाई, 2025) को महाराष्ट्र के नागपुर में एक पुस्तक विमोचन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने एक बड़ा बयान दिया: "जब आप 75 वर्ष के हो जाएँ, तो आपको अभी रुक जाना चाहिए और दूसरों के लिए रास्ता बनाना चाहिए।" यह बयान दिवंगत आरएसएस विचारक मोरोपंत पिंगले को समर्पित एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर दिया गया। लेकिन इस बयान के बाद एक नया सियासी 'तूफ़ान' खड़ा हो गया और विपक्ष ने तुरंत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया!
विपक्ष का ' व्यंग्य ': क्या पीएम मोदी भी रिटायर हो जाएंगे ?
मोहन भागवत के इस बयान के बाद विपक्ष ने तुरंत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने कहा, "यह विपक्ष ने नहीं, बल्कि भाजपा ने ही तय किया था। तभी मुरली मनोहर जोशी, लालकृष्ण आडवाणी जैसे बड़े नेता रिटायर हुए थे। अब अगर यही नियम लागू होता है तो पीएम मोदी भी 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएँगे। क्या अब वह भी रिटायर हो जाएँगे?"
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी तंज कसते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जसवंत सिंह जैसे नेताओं को 75 साल की उम्र पार करने के बाद 'जबरन' रिटायर कर दिया था। अब देखना यह है कि क्या वह खुद पर भी यही नियम लागू करेंगे या नहीं।" संजय राउत ने तो यहाँ तक दावा किया कि मार्च 2024 में मोदी का नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय जाना इसी रिटायरमेंट चर्चा से जुड़ा था। हालाँकि, उस समय भाजपा ने इन अटकलों का खंडन किया था और कहा था कि यह दौरा सामान्य था और किसी राजनीतिक विचार-विमर्श से संबंधित नहीं था।
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी के बयान पर भाजपा का ' जवाब '
एक अन्य कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा, "खुद अध्ययन किए बिना उपदेश देना खतरनाक है। 'मार्गदर्शक मंडल' के नेताओं को 75 वर्ष की आयु सीमा के आधार पर सेवानिवृत्त होने के लिए 'मजबूर' किया गया था, लेकिन अब ऐसा लगता है कि वर्तमान नेतृत्व इस नियम से बाहर रहेगा।"
इन तमाम अटकलों के बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मई 2023 में स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा के संविधान में सेवानिवृत्ति की कोई 'बाध्यता' नहीं है। उन्होंने कहा था, "मोदीजी 2029 तक नेतृत्व करेंगे। सेवानिवृत्ति का कोई सवाल ही नहीं है। 'भारत गठबंधन' सिर्फ़ झूठ बोलकर चुनाव नहीं जीत सकता।"