Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हालिया बयान को लेकर पंजाब की राजनीति में हलचल मची हुई है। डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने सवाल उठाया है कि जब नवजोत सिद्धू उनके कैबिनेट मंत्री थे, तब कई महत्वपूर्ण फाइलें क्यों लंबित रहीं।
क्या कहा नवजोत कौर सिद्धू ने
डा. सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
"कैप्टन अमरिंदर सिंह, मैं बस यह जानना चाहती थी कि आपने नवजोत सिद्धू की फाइलें क्लियर क्यों नहीं कीं, जो पंजाब की विकास योजनाओं के लिए जरूरी थीं?"
उन्होंने कुछ प्रमुख उदाहरण भी दिए:
माइनिंग पालिसी
लिकर पालिसी
ट्रैवल और मेडिकल टूरिज्म
अमृतसर गोंडोला प्रोजेक्ट
गारबेज डिस्पोजल प्रोजेक्ट
नेशनल साइट्स पर टेंडर और लोकल बाडीज़ में पारदर्शिता
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट्स
वाटर स्पोर्ट्स प्रोजेक्ट्स
रंजीत एवेन्यू में स्पोर्ट्स पार्क
डॉ. सिद्धू का कहना है कि इन फाइलों में देरी से पंजाब की ग्रोथ प्रभावित हुई।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नवजोत कौर सिद्धू के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा:
नवजोत सिद्धू और नवजोत कौर सिद्धू अस्थिर थे।
उन्हें दो विभाग देने के बावजूद लगातार शिकायतें मिलीं।
बिजली विभाग भी देने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और जिम्मेदारी नहीं ली।
फाइलें महीनों तक लंबित रहने की जिम्मेदारी नवजोत सिद्धू की थी।
मुख्यमंत्री पद के लिए 500 करोड़ रुपये दिए जाने का दावा पूरी तरह झूठ है।
कैप्टन ने यह भी कहा कि नवजोत सिद्धू इस पद के लिए उपयुक्त नहीं थे और उनके अस्थिर रवैये के कारण कई कार्य प्रभावित हुए।




