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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में अपनी भूमिका का दावा किया है। उन्होंने कहा कि मई में जब दोनों देश युद्ध के कगार पर थे, तब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी और 24 घंटे के भीतर युद्ध विराम का अल्टीमेटम दिया था, और बदले में व्यापार समझौते को रद्द करने की धमकी दी थी। ट्रंप के मुताबिक, इस बातचीत के सिर्फ़ 5 घंटे में ही समझौता हो गया था। हालाँकि, भारत ने ट्रंप के इस दावे को लगातार खारिज किया है और कहा है कि युद्ध विराम का फैसला द्विपक्षीय था और इसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध टालने में मदद की। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 24 घंटे के भीतर युद्धविराम की घोषणा करने को कहा था और ऐसा न होने पर भारत के साथ व्यापार समझौते रद्द करने की धमकी दी थी। ट्रंप के मुताबिक, इस बातचीत के बाद सिर्फ़ 5 घंटे में ही समझौता हो गया। हालाँकि, भारत ने ट्रंप के इस दावे को बार-बार खारिज किया है। भारत का कहना है कि युद्धविराम पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क करने के बाद हुआ और यह पूरी तरह से द्विपक्षीय और बिना शर्त था। ट्रंप का यह बयान भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाए जाने से कुछ घंटे पहले आया है।
ट्रम्प का दावा और मोदी से बातचीत
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मई में, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। उन्होंने कहा कि मैंने मोदी से पूछा, "आपके और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है?" ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने इस तनाव को वर्षों की नफ़रत बताया था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उन्होंने मोदी को चेतावनी दी थी कि वह किसी भी व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे क्योंकि अगर युद्ध हुआ, तो वह परमाणु युद्ध में बदल सकता है।
ट्रंप ने कहा, "मैंने मोदी से कहा कि आपको 24 घंटे में युद्धविराम करना होगा, वरना मैं अमेरिका के साथ व्यापार समझौता ख़त्म कर दूँगा। यह समझौता लगभग 5 घंटे में हो गया।" ट्रंप ने दावा किया कि अगर भविष्य में ये तनाव फिर बढ़ा तो वह इसे फिर से रोक देंगे।
भारत का स्पष्ट खंडन
ट्रंप के दावों के बावजूद, भारत सरकार लगातार इससे इनकार करती रही है। भारत का आधिकारिक रुख यह है कि 10 मई को युद्धविराम का फैसला पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO से बातचीत के बाद लिया था। भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह समझौता द्विपक्षीय और बिना शर्त था और इसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं था।
ट्रंप ने अपने दावे को पुख्ता करने के लिए एक सनसनीखेज आंकड़ा भी पेश किया। उन्होंने बताया कि संघर्ष के दौरान सात विमान मार गिराए गए। यह आंकड़ा पिछले महीने उनके द्वारा दिए गए पाँच विमानों से अलग है। हालाँकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि किस देश के विमान मार गिराए गए।