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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गोरखपुर नगर निगम शहर के पटरी व्यापारियों को व्यवस्थित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। निगम अब ट्रांसपोर्टनगर में आधुनिक दो मंजिला वेंडिंग मार्ट बनाने की तैयारी में है।
यह मार्ट महेवा मंडी से लेकर ट्रांसपोर्टनगर तक के पटरी व्यापारियों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है, ताकि सड़क किनारे लगने वाली भीड़ और जाम की समस्या से छुटकारा मिल सके।

16 करोड़ की लागत से बनेगा डबल स्टोरी वेंडिंग मार्ट

नगर निगम ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है कि ट्रांसपोर्टनगर पुलिस चौकी से लेकर मुक्तेश्वर नाथ मंदिर तक डबल स्टोरी मार्ट बनाया जाएगा।
इस परियोजना पर लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मार्ट के भूतल और पहले तल पर 50-50 दुकानें बनाई जाएंगी, यानी कुल 100 दुकानों की व्यवस्था होगी।

यह मार्ट न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, बल्कि इसमें टॉयलेट, पानी और साफ-सफाई की व्यवस्था भी की जाएगी।

पुराने वेंडिंग जोन को तोड़कर बनेगा नया मार्ट

करीब छह साल पहले नगर निगम ने ट्रांसपोर्टनगर में लगभग 2.39 करोड़ रुपये की लागत से वेंडिंग जोन बनाया था।
मकसद था — महेवा मंडी से राजघाट पुल तक ठेला लगाने वालों को एक स्थान पर व्यवस्थित करना।
लेकिन यह योजना सफल नहीं हो सकी।
फ्लाईओवर और सिक्स-लेन रोड बनने के बाद उस वेंडिंग जोन की उपयोगिता खत्म हो गई और पटरी व्यापारी दोबारा सड़कों पर लौट आए।

अब नगर निगम ने उसी जगह पर नया और बेहतर डबल स्टोरी वेंडिंग मार्ट बनाने का निर्णय लिया है, जिसके लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) भी तैयार कर ली गई है।

शहर के अन्य हिस्सों में भी बनेंगे वेंडिंग जोन

नगर निगम केवल ट्रांसपोर्टनगर ही नहीं, बल्कि पूरे शहर में वेंडिंग जोन बनाने की योजना पर काम कर रहा है।
अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा के अनुसार,
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सामने,
पैडलेगंज से मोहद्दीपुर चौराहा तक,
और गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास समेत कई जगहों पर
नई वेंडिंग जोन साइट्स चिह्नित की गई हैं।

इन योजनाओं का उद्देश्य शहर के पटरी व्यापारियों को एक स्थायी और सुरक्षित व्यापारिक स्थान उपलब्ध कराना है, ताकि सड़कों पर अव्यवस्था और ट्रैफिक जाम की स्थिति कम की जा सके।

लोगों के मन में उठ रहे सवाल भी

हालांकि, कुछ लोगों ने नगर निगम द्वारा पहले खर्च किए गए लगभग 4 करोड़ रुपये की उपयोगिता पर सवाल उठाए हैं।
शहरवासियों का कहना है कि अगर पहले से बने वेंडिंग जोन को सही से उपयोग में लाया जाता, तो नए निर्माण पर इतनी बड़ी रकम खर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

निगम का कहना – पटरी व्यापारियों को संगठित करना शहर की जरूरत

मुख्य अभियंता अमित कुमार शर्मा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट शहर की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
नगर निगम का लक्ष्य है कि पटरी व्यापारियों को एक सुरक्षित, व्यवस्थित और स्थायी मंच दिया जाए, जिससे उनके साथ-साथ शहर का विकास भी संतुलित रूप से आगे बढ़ सके।