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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस दिवस, जिसे विश्व हिंदू रक्षा परिषद शौर्य दिवस के रूप में मनाने का प्रयास कर रही थी, शुक्रवार को सुर्खियों में रहा। परिषद के कार्यकर्ता गोमतीनगर, विशाल खंड-2 में एकत्र होकर यात्रा के लिए तैयार थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने अन्य रास्तों से भी आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें कहीं भी जाने की अनुमति नहीं मिली।

हवन-पूजन के साथ जत्थों का प्रस्थान

संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने शुक्रवार सुबह विशाल खंड-2 स्थित संगठन कार्यालय में हवन-पूजन किया। 11 पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-पाठ के साथ दो अलग-अलग जत्थों को रवाना किया।

पहले जत्थे ने लखनऊ से मथुरा की ओर प्रस्थान किया।

दूसरे जत्थे का लक्ष्य मुर्शिदाबाद था।

यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने बैनर और नारे भी लगाए, जैसे:
"अयोध्या हुई हमारी, अब मथुरा की बारी, आ रहे हैं भगवाधारी..."

लेकिन कार्यकर्ता थोड़ी ही दूरी तय कर पाए, क्योंकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

उद्देश्य और प्रतिक्रिया

गोपाल राय ने बताया कि लखनऊ से मथुरा जत्था श्रीकृष्ण जन्मभूमि को कथित रूप से "जेहादी ताकतों" से मुक्त कराने के उद्देश्य से रवाना किया गया था।

दूसरे जत्थे को मुर्शिदाबाद भेजने के पीछे राय ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर के बयान का जिक्र किया। राय के अनुसार, जहां भी बाबरी मस्जिद बनाने की कोशिश होगी, परिषद वहां भव्य श्रीराम मंदिर बनाने का प्रयास करेगी।

राय ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदू आस्था का अपमान किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

उपस्थित प्रमुख सदस्य

इस अवसर पर परिषद के कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:

सचिव रचना गौतम

कुलदीप मिश्रा

हिमांशु धवल

मनीष राय

सचिन मिश्रा

बाबी गुप्ता

जाफर नकवी