
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : ग्रहों के राजा और सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह सूर्य हर महीने अपनी राशि बदलते हैं। लेकिन सिंह राशि में सूर्य का आना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि सूर्य इस राशि के स्वामी हैं। कहा जाता है कि जब कोई ग्रह अपनी ही राशि में होता है, तो वह बेहद मजबूत स्थिति में होता है।
17 अगस्त 2025 को सूर्य सिंह राशि में गोचर करेगा। इस दिन को सिंह संक्रांति के रूप में मनाया जाएगा। 17 अगस्त को सूर्य कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा और 17 सितंबर तक इसी राशि में रहेगा। ज्योतिष की दृष्टि से इस गोचर को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सूर्य का सिंह राशि में गोचर कैसे शुभ है?
सप्ताह के अलग-अलग दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित होते हैं। रविवार सूर्य का दिन है। ऐसे में इस दिन सूर्य की ऊर्जा अधिक प्रभावशाली होती है। रविवार को जब सूर्य अपनी ही राशि (सिंह) में प्रवेश करता है, तो यह स्थिति राजयोग जैसी मानी जाती है।
विशेषकर जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में है, उन्हें इस अवधि के दौरान उन्नति, पदोन्नति और सम्मान के शुभ परिणाम मिलेंगे।
सिंह राशि में सूर्य की स्थिति सबसे मजबूत मानी जाती है, जिसका व्यक्ति के आत्मविश्वास, सम्मान, नेतृत्व क्षमता आदि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सिंह राशि में सूर्य की उपस्थिति से सूर्य की ऊर्जा अधिक प्रभावशाली हो जाती है। जिसके कारण यह गोचर विभिन्न लग्नों और राशियों के लिए भी सकारात्मक परिणाम लेकर आता है।
लग्न या राशि पर सूर्य गोचर का प्रभाव
मेष (पंचम भाव) – कार्यस्थल पर नेतृत्व कौशल में वृद्धि और लाभ
वृषभ (चतुर्थ भाव) - प्रबल भाग्य, धन में वृद्धि
मिथुन (तृतीय भाव)- छोटी यात्राएं और स्थानांतरण संभव है।
कर्क (दूसरा भाव) - पारिवारिक तनाव
सिंह (विवाह भाव) - आत्मविश्वास, करियर में सफलता, सम्मान
कन्या (बारहवां भाव)- अनावश्यक यात्रा, खर्च में वृद्धि और तनाव
तुला (ग्यारहवां भाव) - सामाजिक सम्मान, मित्रों से सहयोग
वृश्चिक (दशम भाव) - करियर में सफलता और मान-सम्मान में वृद्धि
धनु (नवम भाव)- विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा में सफलता
मकर (आठवां भाव)- स्वास्थ्य और वित्तीय मामलों में समस्याएँ
कुंभ (सप्तम भाव)- आर्थिक व्यय में वृद्धि
मीन (छठा भाव) - मानसिक तनाव में वृद्धि और आत्मविश्वास में कमी