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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकारें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से वंचित रखने के लिए हर दिन नए बहाने बना रही हैं। उन्होंने कहा कि एमएसपी के नाम पर किसानों के साथ धोखा हो रहा है और सरकारें उन्हें लगातार परेशान कर रही हैं।

सुरजेवाला ने बताया कि भले ही दावा किया जा रहा है कि 22 फसलों पर एमएसपी दी जाती है, लेकिन सच्चाई यह है कि केवल गेहूं की 50% और धान की 26% तक ही सरकारी खरीद होती है। बाकी 20 फसलों की तो सिर्फ 2% से 5% तक ही खरीद की जाती है।

उन्होंने आरोप लगाया कि एमएसपी को खत्म करने का एक तरीका यह भी अपनाया गया है कि धीरे-धीरे अनाज मंडियों को बंद कर दिया जाए। जब न आढ़ती रहेंगे, न मंडी मजदूर, तो किसान अपनी उपज कहां और कैसे बेचेगा? ऐसे में उसे एमएसपी कैसे मिलेगी?

कांग्रेस नेता ने हाल ही में एमएसपी पर शर्त जोड़ने की नीति का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि अब सरकार खरीद को पराली प्रबंधन से जोड़ रही है। यानी अगर किसान पराली को जलाने की जगह अन्य उपाय नहीं करता, तो उसे एमएसपी नहीं मिलेगी। उन्होंने सवाल किया कि किस कानून में लिखा है कि पराली प्रबंधन से जुड़ी शर्तें पूरी करने पर ही एमएसपी मिलेगी? यह पूरी तरह से अनुचित और अन्यायपूर्ण है।

रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से मांग की कि एमएसपी पर लागू की गई सभी शर्तों को तुरंत वापस लिया जाए और किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य बिना किसी शर्त के मिले।