उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चार दिवसीय दौरे पर ब्रिटेन गए हुए हैं। उनके साथ एक डेलिगेशन भी है। मुख्यमंत्री धामी के लंदन एयरपोर्ट पहुंचने पर भारतीय समुदाय और उत्तराखंड मूल के लोगों ने जोरदार स्वागत किया।
उत्तराखण्ड के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के वादन तथा उत्तराखण्ड की परम्परा के अनुसार गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रवासियों ने सीएम धामी के साथ सेल्फी भी ली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने लंदन में रह रहे सभी प्रवासी उत्तराखंड के लोगों की भागीदारी दिखाई। प्रवासी उत्तराखंडियों ने गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी लोकगीतों पर मनमोहन प्रस्तुति दी। स्वागत कार्यक्रम में मौजूद समस्त प्रवासी भारतीय उत्तराखंड के पारंपरिक परिधानों में नजर आए। इस दौरान सीएम धामी भी गदगद नजर आए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 'यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उत्तराखंड के मुख्य सेवक के रूप में जांच समिति की बैठक में शामिल होने के लिए लंदन आने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि लंदन में इतनी बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग यह देखने आते हैं कि ब्रिटेन में भी छोटा उत्तराखंड बसता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ ही योग और अध्यात्म की भूमि है। 2 महीने बाद दिसंबर में उत्तराखंड में इन्वेस्टर समिट होने जा रही है।
मुख्यमंत्री धामी उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए लंदन गए हुए हैं। आज मुख्यमंत्री धामी लंदन में निवेशकों से संवाद करेंगे। जबकि 27 सितंबर को बर्मिंघम में रोड शो होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का यह डेलिगेशन 25 सितंबर से 29 सितंबर तक ब्रिटेन दौरे पर रहेगा।
राज्य सरकार का डेलिगेशन लंदन और बर्मिघम में दुनिया के बड़े बिजनेस हाउसेस से बैठक करेगा और आगामी दिसंबर में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए न्यौता देगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लंदन और बर्मिघम दौरे पर टूरिज्म, आईटी, एजूकेशन, हेल्थकेयर, फूड प्रोसेसिंग के अलावा ऑटोमोबिल इन्डस्ट्री के उद्योग घरानों के साथ बैठकें की जाएंगी।
27 सितंबर को प्रतिनिधिमंडल बर्मिंघम में वार्विक मैन्युफेक्चरिंग ग्रुप के साथ बैठक करेगा। साथ ही टीवीएस नार्टन ग्रुप के साथ उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
28 सितंबर को मुख्यमंत्री ब्रिटेन में रहने वाले प्रवासी भारतीयों व उत्तराखंडवासियों से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में निवेश करने को प्रोत्साहित करेंगे। उत्तराखंड में निवेशक सम्मेलन दिसंबर में प्रस्तावित है। सरकार ने इस सम्मेलन के जरिये ढाई लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है।