img

नगर निकाय चुनाव में किस पार्टी से कौन अपना दम दिखाएगा, यह तो अभी तय नहीं है। हालांकि, महापौर पद का आरक्षण अनारक्षित होने से अबकी दावेदारों की तादाद बढ़ना और इनके मध्य घमासान होना तय है।

Nagar nigam chunav candidate

बीते इलेक्शन में आरक्षण महिला था और तब 19 महिलाओं ने इलेक्शन लड़ा था। सीट महिला होने से बीते इलेक्शन में अहम पार्टियों के जो दावेदार शांत हो गए थे, वे भी इस बार टिकट के लिए खुलकर दावेदारी करेंगे। महापौर पद के आरक्षण की घोषणा होते हुए दावेदार एक्टिव हो गए हैं।

महापौर पद के लिए BJP, सपा और कांग्रेस में सबसे अधिक टिकट की दावेदारी BJP में है। इसकी वजह यह है कि 15 सालों से इस सीट पर BJP का कब्जा है। 110 वार्डों में सबसे ज्यादा पार्षद भी इसी पार्टी के ही जीतते आ रहे हैं। पिछला रिकॉर्ड देखें तो BJP के स्वर्गीय डॉ. एससी राय और डॉ. दिनेश शर्मा लगातार दो बार महापौर रहे। बीती बार सीट महिला होने पर पार्टी ने संयुक्ता भाटिया को लड़ाया था, जो जीती भी थीं। सपा ने मीरा वर्धन, कांग्रेस ने प्रेमा अवस्थी और बीएसपी ने बुलबुल गोदियाल को इनके विरूद्ध इलेक्शन लड़ाया था।

आपको बता दें कि निकाय चुनाव में टिकट के लिए आवेदक भटक रहे, मंत्री आवास से लेकर प्रदेश कार्यालय के लगा रहे चक्कर। तो वहीं चुनाव की घोषणा के पहले की सरगर्मी काफी तेज हो गई। ऐसे में जिलों से आए दावेदार होटल और गेस्ट हाउस में रुके हैं।