राजधानी दिल्ली में सीएम आवास रेनोवेशन में कथित भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। अब सीबीआई जांच करेगी। गृह मंत्रालय ने सीबीआई को जांच की अनुमति दे दी है। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इससे पहले उपराज्यपाल ने भी मुख्यमंत्री आवास सौंदर्यीकरण में हुए खर्च को संज्ञान में लिया था। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। बता दें कि कुछ महीने पहले ही अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर काफी विवाद शुरू हुआ था। सीबीआई अब इस मामले की जांच करेगी।
बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर 45 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया था। रेनोवेशन के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप भी बीजेपी की तरफ से लगाया गया था। भाजपा ने दावा किया था कि इस मामले में दस्तावेज से पता चलता है कि 43.70 करोड़ रुपये की स्वीकृत राशि के बजाय सिविल लाइंस के 6 फ्लैट, स्टाफ रोड स्थित केजरीवाल के सरकारी आवास की शक्ल बदलने पर 44.78 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। दस्तावेज में 9 सितंबर, 2020 से जून, 2022 के बीच 6 बार में राशि खर्च की गई।
कांग्रेस ने भी केजरीवाल पर हमला किया और दावा किया था कि उनके आवास पर खर्च की गई राशि 171 करोड़ रुपये थी, न कि पहले बताई गई 45 करोड़ रुपये क्योंकि उनकी सरकार को मुख्यमंत्री आवासीय परिसर के विस्तार के लिए जिन अधिकारियों के घरों को ध्वस्त करना पड़ा या खाली करना पड़ा, उनके लिए सरकार को अतिरिक्त फ्लैट खरीदने पड़े। कपिल मिश्रा ने कहा है कि अब अरविंद केजरीवाल बच नहीं सकते।
उनके अवैध बंगले के मामलें में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। कोरोना के काल में दिल्ली की जनता के पैसों से गैर कानूनी शीशमहल बनाने का पाप केजरीवाल ने किया है। इस अपराध की सजा से केजरीवाल बच नहीं सकते। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस पर कहा है कि बीजेपी ने आप को खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। जांच में कुछ भी नहीं निकलेगा।