प्रभात वैभव डेस्क। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए सियासी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार को प्रचार खत्म होने के पहले नेताओं ने ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं की। एक जून को पंजाब और हिमाचल प्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मतदान होना है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने मतदाताओं के नाम एक भावुक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर चुनाव प्रचार के दौरान द्वेषपूर्ण भाषण देकर सार्वजनिक संवाद के साथ ही पद की गरिमा को भी कम करने का आरोप लगाया है।
मनमोहन सिंह ने पंजाब के मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि सिर्फ कांग्रेस ही विकासोन्मुख प्रगतिशील भविष्य के साथ लोकतंत्र और संविधान की रक्षा कर सकती है। मनमोहन सिंह ने चिट्ठी में सशस्त्र बलों पर अग्निवीर योजना थोपने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सोचती है कि देशभक्ति, शौर्य और सेवा का मूल्य केवल चार साल है। यह सोच बीजेपी के नकली राष्ट्रवाद को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं इस चुनाव अभियान के दौरान राजनीतिक संवाद पर करीबी नजर रख रहा हूं। मोदी नफरत फैलाने वाले भाषणों में लिप्त हैं, जो प्रकृति में विशुद्ध रूप से विभाजनकारी हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने सार्वजनिक संवाद की गरिमा को कम किया है और इस तरह प्रधानमंत्री के पद की गंभीरता को कम किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि अतीत में किसी भी प्रधानमंत्री ने समाज के किसी खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के मकसद से इस तरह के द्वेषपूर्ण, असंसदीय और असभ्य शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने मेरे लिए भी कई गलत बयान भी दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि मैंने प्रधानमंत्री रहते कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। भारत के लोग यह सब देख रहे हैं। अब हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्यारे राष्ट्र को इन विभाजनकारी ताकतों से बचाएं।