ऋषिकेश।। श्रावण मास के कांवड़ मेले को लेकर देवभूमि ऋषिकेश पूरी तरह से केसरिया रंग में रंग गया है। दिन रात बम बम के भोले के उद्घोषों के साथ शिवभक्त तीर्थ नगरी से शिवधाम नीलकंठ महादेव मंदिर जलाभिषेक करने के लिए पग बढ़ा रहे हैं।
मंगलवार से शुरू हुए सावन में नीलंकठ जाने वाले तमाम मार्गों पर भगवा रंग की बयार बहती नजर आ रही है। कांवड़ियों की तादाद बढ़ने से शांत सी नजर आने वाली तीर्थ नगरी में अचानक से कांवड़ियों की भीड़ और शोर बढ़ गया है। सभी तरफ हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से हरिद्वार रोड़ गुंजायमान बना हुआ है। कुछ कांवड़िये अकेले ही पग भरते दिखाई दिए तो कई भोले समूह में यात्रा करते नजर आए। मीलों पैदल चलने और उमस भरी गर्मी के बावजूद कांवड़ियों के चेहरे पर थकावट नहीं दिखाई दे रही।
बुधवार को दिन में उमस भरी गर्मी रही इसके बावजूद पूरे जोश और उत्साह के साथ कांवड़ियों के कदम अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे थे। सड़क पर भगवा वस्त्र धारण किए शिवधाम की ओर बढ़ रहे शिवभक्त सभी को आकर्षित कर रहे थे। चहुंओर महादेव के जयकारों और भजनों की गूंज भी सुनाई देने लगी है। महादेव के भजन ''मेरा भोला है भंडारी, हो भोले दर्श दिखा दे,''कांवड़ का मेला आया रे, भोले का जादू छाया रे'' आदि भजनों से पूरा वातावरण गूंज रहा है। मीलों पैदल चलकर आ रहे शिवभक्तों के चेहरे पर न थकान है और न ही आगे का सफर तय करने की कोई चिंता। आस्था के साथ वह उल्लास से लबरेज हैं। भजनों पर झूमते-गाते और जयकारे लगाते आगे बढ़ते जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष सावन के आगाज के साथ ही कांवड़ मेले ने रफ्तार पकड़ ली है। देहरादून, पौड़ी और टिहरी प्रशासन ने जहां स॔ंयुक्त रूप से कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर ऋषिकेश से नीलकंठ तक क्षेत्र को जहां 4 जोन में विभाजित कर अपनी व्यवस्था को अंजाम दिया है वहीं पुलिस ने भी आसमान से लेकर जमीन तक सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई चूक ना हो। इसके लिए हजारों की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।