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कनाडा के साथ जारी तनाव के बीच भारत में खालिस्तान गतिविधियों को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने आज बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार सुबह एनआईए ने खालिस्तान से संबंध रखने वाले गैंगस्टर के खिलाफ छह राज्यों में छापे मारे हैं। कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में भीड़ जुटाने के लिए पंजाब से कनाडा तक अपराधियों, तस्करों, गैंगस्टर्स और आतंकवादियों का पूरा नेटवर्क मिलकर काम करता है।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 51 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह छापेमारी लॉरेंस बंबीहा और अर्श डल्ला गैंग के सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर हो रही है। पंजाब के भठिंडा और मोगा में एनआईए की टीम मौजूद है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग चर्चा में थे। कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टक्कर देने के लिए बंबीहा गैंग ने पाकिस्तान की मदद भी ली।
वहीं, अर्श डल्ला विदेश में छिपकर बैठा है और वहां से ही अपने अपराध को अंजाम दे रहा है। इस समय एनआईए की सबसे अधिक टीम पंजाब में मौजूद है। पंजाब में तकरीबन 30 टीम तैनात किए गए हैं। पंजाब में करीब 30 और हरियाणा में 4 जगहों पर छापेमारी चल रही है। विदेशों में बैठे खालिस्तानी और गैंगस्टरर्स भारत मे ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं, जिसे खत्म करने के लिए एनआईए द्वारा छापेमारी की जा रही है।
खालिस्तान समर्थक गैंग दो स्तर पर समर्थन जुटाने की कोशिश करते हैं। एक तो भारत से कनाडा जाने की चाहत रखने वाले नौजवानों पर इनकी नजर होती है, जिनका ये वीजा बनवाते हैं, उन्हें कनाडा बुलाते हैं।
नौकरी खोजने और दिलाने में उनकी मदद करते हैं और फिर खालिस्तान के नाम पर चल रहे तरह-तरह के जरायम धंधे में शामिल कर लेते हैं। बता दें कि सोमवार को जानकारी सामने आई कि एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट के जरिए जानकारी सामने आई कि खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल दुनिया भर के देशों में अपना नेटवर्क फैलाता जा रहा है।
इस संगठन ने गैंगस्टर्स और खालिस्तान समर्थकों को एक साथ लाते हुए आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क बनाया है। इस समय भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते काफी बिगड़ चुके हैं। कुछ दिनों पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी समर्थक और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत पर एक बेतुका बयान दिया था। जिसके बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है।