रुद्रप्रयाग।। उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल है और लोग डरे और सहमे हुए हैं। सुरक्षा के लिहाज से फिलहाल केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। सुबह के समय जिन यात्रियों को केदारनाथ भेजा गया था, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है। कल देर रात केदारनाथ हाइवे पर फाटा में बोल्डर गिरने से एक कांवड़ यात्री की भी मौत हो गई।
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण हालात अस्त-व्यस्त हैं। इस बारिश का असर सबसे अधिक केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है। यात्रा को फिलहाल बंद कर दिया गया है और यात्रियाें को सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है। लगातार बारिश के कारण कल सोमवार रात केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में जल भराव हो गया। यहां कई दुकानों में पानी और मलबा भरा गया। जबकि पैदल मार्ग पर यात्री पानी के बीच आवाजाही करते रहे। सुबह के समय सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटरमार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से मलबा गिर गया और केदारनाथ यात्रा जाने वाले यात्रियों को रोकना पड़ गया।
देर रात ही केदारनाथ हाईवे पर फाटा में दिल्ली से आये दो कांवड़ यात्रियों की मोटरसाइकिल पहाड़ी से गिरे बोल्डरों की चपेट में आ गई, जिससे एक कांवड़ यात्री की मौके पर ही मौत हो गई और एक यात्री घायल हो गया। घायल यात्री को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फाटा से हॉयर सेंटर रेफर किया गया। फिलहाल लगातार हो रही बारिश से हालात अस्त-व्यस्त हैं। जगह-जगह यात्री भी फंसे हुए हैं। सोनप्रयाग थानाध्यक्ष सुरेश बलूनी ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से यात्रियों को रोका जा रहा है। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि मौसम सही होने पर ही यात्रा करें। बरसात में पैदल यात्रा मार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो सकता है।