Corona पाॅजिटिव माताएं नवजात को अपना दूध पिला सकती या नहीं, जानिए क्या बोले डाक्टर
Corona पाॅजिटिव माताएं नवजात को अपना दूध पिला सकती हैं। नवजात को ब्रेस्टफीड से वंचित रखने की कोई वजह नहीं है बशर्त है कि नवजात को दूध पिलाते हुए कुछ सावधानियां बरतनी होंगी।
अजमेर। Corona पाॅजिटिव माताएं नवजात को अपना दूध पिला सकती हैं। नवजात को ब्रेस्टफीड से वंचित रखने की कोई वजह नहीं है बशर्त है कि नवजात को दूध पिलाते हुए कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सा विषेशज्ञ डाॅ मैन्सी जैन ने रविवार को प्रसूताओं एवं माताओं से बातचीत करते हुए यह बात कही।

डाॅ मैंसी जैन ने कुछ महिलाओं की जिज्ञासा दूर करते हुए कहा कि Corona पाॅजिटिव महिलाएं संक्रमण के भय के कारण नवजात को अपने दूध से वंचित रख रही हैं यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि नवजात को ब्रेस्टफीड करते हुए अच्छे से मास्क लगाएं और स्वयं के हाथों को पूरी तरह से सैनिटाइज रखें।
नवजात को ब्रेस्टफीड कराने में कोई समस्या नहीं
बच्चे को स्वच्छ व सैनिटाइज क्लॉथ में ही अपने करीब लाएं और उसे ब्रेस्टफीड कराएं। डाॅ मैन्सी ने कहा कि यदि कोई अन्य समस्या है तो अपने चिकित्सक से सलाह कर बच्चे को अपना एक्सप्रेस फीड का विकल्प चुनें। उन्होंने कहा कि जो माताएं Corona पाॅजिटिव होकर सामान्य जीवन जी रही हैं उन्हें तो नवजात को ब्रेस्टफीड कराने में कोई समस्या है ही नहीं किन्तु कोविड-19 एडवाइजरी का तो उन्हें भी पालन करना ही है।
फंगल इन्फेक्शन के रोगियों की संख्या बढ़ी
चर्म रोग विशेषज्ञ डाॅ दिव्या शर्मा ने बताया कि त्वचा में फंगल इन्फेक्शन, बाल झड़ने, चेहरे पर कील मुहांसे से संबंधित रोगी शिविर में परामर्श लाभ लेने अधिक पहुंचे। उन्होंने बताया कि इन दिनों में फंगल इन्फेक्शन जैसे दाद, खुजली, लाल चकते आदि से पीड़ित अधिक आ रहे हैं। यह एक से दूसरे को फैलने वाला रोग है इसके प्रति लापरवाह नहीं हुआ जा सकता। डाॅ दिव्या ने सभी को सलाह दी कि अपने स्वयं के शरीर के साथ साथ अपने आस पास के माहौल को भी साफ सुथरा रखने पर ध्यान देवें। धुले हुए एवं धूप में सूखे, साफ कपड़े पहनें और उन्हें नियमित बदलते रहें। शीघ्र ही चिकित्सक से परामर्श कर दवाई लें।Corona
दवाइयों का सेवन भी नियमित और रोग से पूर्ण मुक्ति पाने तक करें। डाॅ दिव्या ने बताया कि युवाओं में लड़कियां हो या लड़के बाल झड़ने की शिकायत बहुत देखी जा रही है। महिलाओं में तो प्री और पोस्ट डिलीवरी, खानपान, पोषण में कमी, तनाव आदि के कारण ऐसा होता है किन्तु पुरुषों में कम उम्र में बाल सफेद होना या झड़ना कई बार आनुवांशिक के साथ इसके अन्य कारण भी हैं। उन्हें समय रहते चिकित्सक की परामर्श लेनी चाहिए। समस्याओं का पूर्ण उपचार संभव है बशर्त है उपयुक्त समय पर चिकित्सक से सलाह प्राप्त करें।Corona