
पूर्वी चंपारण,31 मार्च। अब तक हम सबने राजा महाराजा और बादशाहों द्धारा अपनी पत्नी और बेगम की याद में मंदिर या महल बनवाने की बात सुनी होगी, लेकिन बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर प्रखंड के मधुचाई गांव में एक सेवानिवृत्त पंचायत सचिव ने अपनी पत्नी की याद मंदिर बनवाकर अनोखी मिसाल पेश की है।
सेवानिवृत पंचायत सचिव किशुन राम ने अपनी पत्नी शारदा देवी की याद में यह मंदिर बनवाया है, जिसका निर्माण उन्होंने अपनी रिटायरमेंट की राशि से शुरू किया था। किशुन राम ने बताया कि उनकी पत्नी उनके लिए लक्ष्मी समान थीं, जिनकी वजह से उन्हें नौकरी मिली और जीवन में बहुत कुछ हासिल हुआ। छह साल पहले पत्नी की मौत हार्ट अटैक से होने के बाद वे बहुत टूट गए थे, लेकिन उन्होंने पत्नी की याद में कुछ खास करने का निर्णय लिया।
मंदिर का निर्माण तीन साल पहले शुरू किया गया था और करीब 60 लाख रुपये की लागत से यह मंदिर तैयार हुआ है। मंदिर में शारदा देवी की मूर्ति स्थापित की गई है। मंदिर का उद्घाटन समारोह में बिहार के पर्यटन मंत्री राजू सिंह भी शामिल हुए और उन्होंने कहा कि यह मंदिर लोगों को पति-पत्नी के रिश्ते की अहमियत समझाएगा। मंत्री ने सरकार की ओर से मंदिर को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया है।