नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के चलते देश में सियासी सरगर्मियां चरम पर हैं। सियासी पार्टियां ताबड़तोड़ रैली कर रहीं हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी विपक्ष खासकर कांग्रेस पर हर दिन नए आरोप मढ़ रही है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी और बीजेपी पर पलटवार किया है। खरगे ने कहा कि बीजेपी के वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश सरकार और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था। खरगे की ये प्रतिक्रिया पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस के घोषणा पत्र पर टिप्पणी के बाद आई है।
गौरतलब है कि गत दिनों पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा-पत्र पर टिप्पणी की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप है। उसके नेताओं के बयानों में राष्ट्रीय अखंडता और सनातन धर्म के प्रति शत्रुता दिखाई देती है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने पीएम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बीजेपी की स्थिति दिन-ब-दिन बदत्तर होती जा रही है, ऐेसे में आरएसएस को अपने पुराने दोस्त मुस्लिम लीग की याद आने लगी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को 180 सीटों का आंकड़ा पार करने में संघर्ष करना पड़ रहा है, इसलिए वह घिसी पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट का सहारा ले रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश सरकार और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था। इनके वैचारिक पूर्वजों ने 1942 में महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था।
खरगे ने कहा कि हर कोई जानता है कि 1940 के दशक में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन करके बंगाल, सिंध और उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में अपनी सरकारें कैसे बनाईं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर को यह नहीं लिखा था कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का मुकाबल कैसे किया जा सकता है और कांग्रेस को कैसे दबाया जाना चाहिए। मुखर्जी ने कहा था कि भारतवासियों को अंग्रेजों पर भरोसा करना होगा।