img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शिक्षा विभाग ने एक अहम निर्णय लेते हुए यह सुनिश्चित किया है कि राज्य के सभी 71,632 प्रारंभिक विद्यालयों के लिए मासिक, प्रथम त्रैमासिक एवं द्वितीय त्रैमासिक परीक्षा के प्रश्न पत्र ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसका उद्देश्य मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और डिजिटल रूप से प्रभावी बनाना है।

इन प्रश्न पत्रों से राज्य के लगभग 2 करोड़ 11 लाख बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा। साथ ही, शिक्षकों को पोर्टल के माध्यम से जून माह के लिए असाइनमेंट वर्क भी मिलेगा, जिसे वे बच्चों को कक्षा में समझाएंगे।

शिक्षा विभाग के नए निर्देश: सभी परीक्षाएं एक मंच पर
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने राज्य भर के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (एसएसए) को निर्देश जारी किए हैं।

इन निर्देशों के अनुसार, अब राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा तैयार प्रश्न पत्रों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा और वहीं से स्कूलों में भेजा जाएगा। यह प्रक्रिया परीक्षा की शुचिता और समानता बनाए रखने में मदद करेगी।

गर्मी की छुट्टियों में मिलेगा होमवर्क, परीक्षा का स्पष्ट शेड्यूल जारी
प्रारंभिक विद्यालयों के छात्रों को गर्मी की छुट्टियों के लिए गृहकार्य (होमवर्क) भी दिया जाएगा। विभाग ने पूरे शैक्षणिक सत्र के लिए परीक्षा का पूरा कैलेंडर जारी कर दिया है:

मई: मासिक परीक्षा

जून: प्रथम त्रैमासिक परीक्षा

जुलाई-अगस्त: मासिक परीक्षा

सितंबर: अर्द्धवार्षिक परीक्षा

अक्टूबर-नवंबर: मासिक परीक्षा

दिसंबर: द्वितीय त्रैमासिक परीक्षा

जनवरी-फरवरी: मासिक परीक्षा

मार्च: वार्षिक परीक्षा

ई-शिक्षाकोष पोर्टल: शिक्षकों और छात्रों के लिए उपयोगी मंच
यह पोर्टल न केवल परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र प्रदान करता है, बल्कि यह शिक्षकों के लिए समय पर तैयारी में भी मददगार साबित होगा। असाइनमेंट, होमवर्क और परीक्षा के पेपरों की उपलब्धता एक ही मंच पर होने से शिक्षकों का कार्य आसान होगा और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।

जिला शिक्षा अधिकारियों की भूमिका अहम
सभी परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारियों को दी गई है। उनका दायित्व होगा कि समय पर प्रश्न पत्र स्कूलों तक पहुंचें और मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और दक्षता से हो।