
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार में राजनीतिक परिदृश्य में अब AIMIM ने बड़ी एंट्री देने की तैयारी शुरू कर दी है। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने शनिवार को साफ किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में वह लगभग 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। यह पिछले चुनावों में लड़ी गई सीटों की तुलना में पांच गुना ज्यादा है।
एआईएमआईएम का दावा है कि वह बिहार में एक तीसरा विकल्प तैयार कर रही है। लंबे समय से यहां की राजनीति भाजपा नेतृत्व वाले राजग और कांग्रेस-राजद गठबंधन के इर्द-गिर्द घूमती रही है, लेकिन अब ओवैसी की पार्टी इस दोध्रुवीय राजनीति को चुनौती देने की कोशिश करेगी।
AIMIM का तीसरा विकल्प बनने का दावा
एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पीटीआई से बातचीत में कहा,
"हम 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। राजग और महागठबंधन दोनों को हमारी मौजूदगी का एहसास करना पड़ेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि 2020 में AIMIM पर धर्मनिरपेक्ष वोटों को विभाजित करने का आरोप लगाया गया था, लेकिन अब ऐसा संभव नहीं होगा। अख्तरुल ईमान ने यह भी बताया कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को पहले पत्र भेजकर गठबंधन की इच्छा जताई गई थी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
"अब हमें अपना दायरा बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। समान विचारधारा वाली पार्टियों से भी बातचीत चल रही है ताकि तीसरे मोर्चे की संभावना तलाशी जा सके।"
पिछला चुनाव और गठबंधन
2020 में AIMIM ने उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बसपा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में AIMIM ने पांच सीटें जीती थीं और कई क्षेत्रों में राजद, कांग्रेस और वामपंथी गठबंधन के वोटों में सेंध लगाई थी।
हालांकि, 2022 में AIMIM के चार विधायक राजद में शामिल हो गए, और वर्तमान में अख्तरुल ईमान ही AIMIM के एकमात्र विधायक हैं।
मुस्लिम वोटरों पर फोकस
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, AIMIM बिहार में उन क्षेत्रों को टारगेट कर रही है जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। कुल आबादी में यह सिर्फ 17 प्रतिशत है, लेकिन राज्य विधानसभा में इनका प्रतिनिधित्व कभी पर्याप्त नहीं रहा।
ओवैसी ने हाल ही में सीमांचल क्षेत्र का दौरा किया, जिसमें किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया जैसे जिलों का चार दिन तक दौरा शामिल था, जो अल्पसंख्यक समुदाय से आबाद हैं।
हालांकि ओवैसी राजद, जद(यू) और कांग्रेस पर मुसलमानों के प्रति उदासीनता का आरोप लगाते रहे हैं, पर उनके आलोचक उन्हें भाजपा की बी टीम कहकर निशाना बनाते हैं। उनका कहना है कि AIMIM भाजपा के लिए धर्मनिरपेक्ष वोटों में सेंध लगाने का काम कर रही है।
चुनाव तारीखें
निर्वाचन: 6 और 11 नवंबर 2025
मतगणना: 14 नवंबर 2025
विधानसभा सीटें: 243