
Prabhat Vaibhav, Digital Desk: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें एक बार फिर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। बुधवार से लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल खेला जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि यह दोनों टीमों के बीच बीते दो सालों में खेला जाने वाला पहला टेस्ट मैच होगा।
फाइनल तक का सफर
दक्षिण अफ्रीका ने मौजूदा टेस्ट चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 में से 8 मुकाबले अपने नाम किए और 69.44% अंकों के साथ फाइनल में जगह बनाई। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने 19 टेस्ट मैचों में 67.54% पॉइंट्स अर्जित करके फाइनल के लिए क्वालिफाई किया।
लॉर्ड्स पर 113 साल पुरानी टक्कर की यादें
लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की भिड़ंत की बात करें, तो दोनों टीमें इससे पहले 113 साल पहले यानी 1912 में आमने-सामने हुई थीं। यह मुकाबला एक त्रिकोणीय टूर्नामेंट का हिस्सा था, जिसमें इंग्लैंड भी शामिल था। क्रिकेट इतिहास में यह टूर्नामेंट खास इसलिए था क्योंकि इसमें दो से अधिक टीमें हिस्सा ले रही थीं – जो उस दौर में बहुत ही नया प्रयोग था।
क्या हुआ था 1912 के मैच में?
15 जुलाई 1912 को खेले गए उस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और उनकी पूरी टीम 263 रन पर सिमट गई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 390 रन बनाकर 127 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली। कंगारुओं की तरफ से चार्ल्स केलेवे ने 102 और वारेन मैकार्टनी ने 164 रन की शानदार पारियां खेलीं।
बढ़त के दबाव में आई दक्षिण अफ्रीकी टीम दूसरी पारी में केवल 173 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ 47 रन का आसान लक्ष्य मिला, जिसे उसने बिना कोई विकेट गंवाए हासिल कर लिया। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने वो मुकाबला 10 विकेट से जीतकर इतिहास रच दिया था।
अब, 113 साल बाद एक बार फिर दोनों टीमें उसी मैदान पर भिड़ेंगी — और फैंस को एक और ऐतिहासिक मुकाबले की उम्मीद है।