
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमरनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अमरनाथ यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी गई है. इस साल तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी गई है. तीर्थयात्रा मार्ग को नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है. तीर्थयात्रा मार्ग को 1 जुलाई से 10 अगस्त तक नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है. अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है.
अमरनाथ यात्रा पर ड्रोन से होगी निगरानी
श्रद्धालु पैदल, घोड़े या पालकी से यात्रा कर सकेंगे। यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। इस बार ऑनलाइन बुकिंग और अलग से किराए की व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं होगी।
बाबा अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है, जो 38 दिनों की होगी और रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को समाप्त होगी। पहलगाम और बालटाल रूट से हर साल हेलीकॉप्टर सेवा चलती थी। दोनों रूट के लिए ऑनलाइन बुकिंग होती थी और अलग-अलग किराया तय होता था। नो फ्लाई जोन घोषित होने के कारण हेलीकॉप्टर सेवा न देने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा हर साल करीब 45 से 60 दिनों तक चलती है। पिछले साल यह 29 जून से शुरू होकर रक्षाबंधन के दिन 19 अगस्त तक चली थी। पहलगाम मार्ग से यात्रा 48 किलोमीटर की है, लेकिन काफी आसान है। बालटाल मार्ग से यात्रा करने की दूरी केवल 14 किलोमीटर है, लेकिन इसे काफी कठिन मार्ग माना जाता है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन
पिछले साल अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से शुरू हुआ था। रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से लिया जा रहा है। इस बार भी इसी तरह की तैयारियां की जा रही हैं। बैठक की अध्यक्षता अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, मुख्य सचिव अटल ढुल्लू और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि 15 मार्च 2025 से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिसमें पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर परमिट जारी किए जाएंगे। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोग पंजीकरण के लिए पात्र नहीं होंगे। अमरनाथ यात्रा शुरू करने से पहले सभी तीर्थयात्रियों को अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र दिखाना होगा। प्रत्येक तीर्थयात्री को केवल एक यात्रा परमिट की अनुमति होगी, जिसे हस्तांतरित नहीं किया जा सकेगा।
पीडीपी विधायक वहीद उर रहमान पारा ने अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग से पवित्र गुफा तक सड़क निर्माण का विरोध किया है। उन्होंने विधानसभा में सवाल के माध्यम से यह मुद्दा उठाया। उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने उनके बयान को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया।