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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : जीएसटी परिषद की बुधवार को हुई 56वीं बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिससे आम लोगों के साथ-साथ उद्योगपतियों को भी सीधी राहत मिलेगी। बैठक में फैसला लिया गया कि अब जीएसटी के केवल दो स्लैब होंगे, 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत वाले स्लैब को खत्म कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार के इस फैसले से रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी और जीवन रक्षक दवाओं को पूरी तरह से टैक्स से मुक्त कर दिया गया है।

इन फैसलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक बताया और कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार आम आदमी के जीवन को आसान बनाएंगे और अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे। पीएम मोदी ने एक 'X' पोस्ट में कहा था, "अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान, मैंने जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार लाने के हमारे इरादे के बारे में बात की थी। केंद्र सरकार ने व्यापक जीएसटी दरों और प्रक्रियात्मक सुधारों को युक्तिसंगत बनाने के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया था, जिसका उद्देश्य आम आदमी के जीवन को आसान बनाना और अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि केंद्र और राज्यों की जीएसटी परिषद ने सामूहिक रूप से जीएसटी दरों में कटौती और सुधारों पर केंद्र सरकार द्वारा रखे गए प्रस्तावों पर सहमति व्यक्त की है, जिससे आम आदमी, किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं को लाभ होगा। ये व्यापक सुधार हमारे नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाएंगे और सभी के लिए, विशेष रूप से छोटे व्यापारियों और व्यवसायों के लिए व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करेंगे।"

हर भारतीय के लिए दिवाली का उपहार: प्रधानमंत्री

जीएसटी स्लैब को लेकर एक पोस्टर भी जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि किस वस्तु पर कितना जीएसटी लगेगा। इस पोस्टर पर देश की जनता के लिए पीएम मोदी का संदेश भी है। इसमें पीएम मोदी ने कहा है, "इस दिवाली पर जीएसटी सुधार हर भारतीय के लिए एक उपहार है। आम लोगों के लिए टैक्स में उल्लेखनीय कमी आएगी। हमारे एमएसएमई और छोटे उद्यमियों को बहुत लाभ होगा। रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी और अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी।" ये वस्तुएं सस्ती होंगी

यूएचटी दूध, पनीर, पिज्जा ब्रेड, रोटी, पराठा, अब शून्य जीएसटी स्लैब में रखे गए हैं और इन पर जीएसटी नहीं लगेगा। इसके अलावा, व्यक्तिगत बीमा पॉलिसियों पर जीएसटी समाप्त कर दिया गया है और उन्हें शून्य कर दिया गया है। शैक्षिक वस्तुओं, पेंसिल, कटर, रबर और नोटबुक पर 12 प्रतिशत जीएसटी हटाकर उन्हें कर-मुक्त कर दिया गया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि आम आदमी और मध्यम वर्ग को बड़ी राहत देते हुए शैम्पू, साबुन, तेल समेत रोज़मर्रा के घरेलू सामान को अब 5 प्रतिशत की श्रेणी में शामिल कर दिया गया है। इसके अलावा, नमक, पास्ता, कॉफ़ी, नूडल्स पर भी टैक्स 5 प्रतिशत घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। थर्मामीटर और ग्लूकोमीटर को भी इसी श्रेणी में शामिल किया गया है।