
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हाल ही में श्री हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेम्पल) और अमृतसर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को मिली बम से उड़ाने की धमकियों ने बेशक पूरे शहर में चिंता बढ़ा दी थी। ऐसे तनाव भरे माहौल में, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद स्थिति का जायजा लेने अमृतसर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का गहराई से आकलन किया और जनता को हर हाल में सुरक्षित रखने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने संभाली कमान, ली उच्चस्तरीय बैठक
अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचते ही, मुख्यमंत्री मान ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव और सभी प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सीएम ने उनसे मौजूदा सुरक्षा स्थिति की विस्तृत जानकारी ली और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने खासकर उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जो राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
'डरने की ज़रूरत नहीं, सरकार साथ है' – सीएम का संदेश
मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों, खासकर अमृतसर वासियों को विश्वास दिलाया कि सरकार हर कीमत पर शांति और सुरक्षा बनाए रखेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी प्रदेश का माहौल खराब करने या भाईचारा बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसे तत्वों के खिलाफ बेहद सख्ती से निपटा जाएगा। माननीय सीएम ने सभी से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, क्योंकि जनता के सहयोग के बिना सुरक्षा पूरी नहीं हो सकती।
चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर: बढ़ी चौकसी और लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल
सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे शहर में चौकसी बढ़ा दी गई है। पंजाब पुलिस के जवान, बीएसएफ और अन्य अर्द्धसैनिक बल लगातार गश्त कर रहे हैं। श्री हरमंदिर साहिब परिसर और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जैसी संवेदनशील जगहों पर बम निरोधक दस्तों, डॉग स्क्वॉड और अत्याधुनिक निगरानी उपकरणों, जैसे ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब कुछ तत्व पंजाब में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम मान ने अपनी मौजूदगी से न केवल सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा के प्रति भरोसा कायम करने का प्रयास किया। यह साफ है कि पंजाब सरकार राज्य की शांति और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।