
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई। इस बार सारण जिले का चुनावी माहौल थोड़ा अलग और खास नजर आ रहा है। वजह यह है कि इस बार सियासी मैदान में भोजपुरी सिनेमा के दो बड़े चेहरे आमने-सामने हैं।
छपरा विधानसभा सीट से भोजपुरी अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव ने महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है, वहीं मढ़ौरा सीट से एनडीए गठबंधन ने लोकप्रिय अभिनेत्री सीमा सिंह को मैदान में उतारा है।
दोनों के नामांकन के साथ ही जिले में राजनीतिक चर्चा का नया दौर शुरू हो गया। अब छपरा की चुनावी हवा में भोजपुरी का तड़का नजर आने वाला है।
प्रचार में दिखेगा भोजपुरी का ग्लैमर
फिल्मी सितारे चुनाव में उतरने के बाद प्रचार अभियान में भी भोजपुरी सिनेमा का रंग दिखेगा। अनुमान है कि दोनों उम्मीदवारों के समर्थन में कई नामी भोजपुरी कलाकार जिले में प्रचार के लिए आएंगे।
खेसारी लाल यादव के लिए उनके फिल्मी साथी और करीबी सहयोगी प्रचार में मदद कर सकते हैं। वहीं सीमा सिंह के पक्ष में पवन सिंह, दिनेश लाल ‘निरहुआ’, मनोज तिवारी और रवि किशन जैसे बड़े कलाकार शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
इन कलाकारों के आने से चुनावी सभाओं में भीड़ और उत्साह बढ़ने की पूरी संभावना है। भोजपुरी कलाकारों की भागीदारी से इस बार प्रचार में ग्लैमर, जोश और मनोरंजन का तड़का साफ नजर आएगा।
सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण चुनौती
भोजपुरी सितारों के प्रचार में शामिल होने से जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ सकती है। ऐसे में प्रशासन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती होगी। जिला पुलिस और प्रशासन को ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम करने पड़ सकते हैं।
चुनावी हलचल पहले से ही चरम पर है, और जब स्टार प्रचारक उतरेंगे, तो जनसभाओं में भीड़ नियंत्रण प्रशासन की परीक्षा लेगा। अधिकारी पहले से ही रणनीति तैयार कर रहे हैं ताकि कोई अव्यवस्था या हादसा न हो।
भोजपुरी प्रेमियों की नजरें वोटों पर
छपरा और आसपास के इलाके भोजपुरी सिनेमा के लिए जाने जाते हैं। यहां के लोग कलाकारों को न केवल पहचानते हैं, बल्कि दिल से पसंद भी करते हैं। इस वजह से दोनों गठबंधनों की निगाह भोजपुरी प्रेमी वोट बैंक पर टिकी है।
खेसारी लाल यादव अपनी गायकी और अभिनय के लिए लोकप्रिय हैं, जबकि सीमा सिंह अपने डांस और सशक्त महिला किरदारों के कारण अलग पहचान रखती हैं। अब सवाल यह है कि भोजपुरी की लोकप्रियता वोटों में किसके पक्ष में जाती है।
ग्लैमर और सियासत का संगम
छपरा का चुनाव इस बार सिर्फ मुद्दों और घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्लैमर और स्टारडम के साथ लड़ा जाएगा। जहां एक ओर बड़े नेता प्रचार की कमान संभालेंगे, वहीं भोजपुरी कलाकारों की मौजूदगी से मंचों पर रौनक और उत्साह बढ़ेगा।
फिल्मी रंग में रंगा यह चुनावी माहौल जनता के उत्साह को और बढ़ा रहा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर महागठबंधन के खेसारी लाल यादव या एनडीए की सीमा सिंह जनता का दिल जीत पाएंगे।
छपरा की सियासत इस बार भोजपुरी और राजनीति का संगम दिखाएगी, जो चुनावी माहौल को और भी रोमांचक बना देगी।