
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) में लंबे समय से चले आ रहे कुलसचिव विवाद का पटाक्षेप करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया है। कुलसचिव पद पर नियुक्त डॉ. अजय कुमार पंडित को पदमुक्त करते हुए, गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष और वर्तमान उप-कुलसचिव द्वितीय डॉ. दिव्या रानी हंसदा को वित्तीय प्रभार सहित कुलसचिव का दायित्व सौंपा गया है।
विवाद का कारण और घटनाक्रम
डॉ. अजय कुमार पंडित ने 10 जून 2023 को कुलसचिव के तौर पर कार्यभार संभाला था। शुरुआत में तत्कालीन कुलपति प्रो. एसपी सिंह के साथ उनका प्रशासनिक विवाद सामने आया। उनके बाद वर्तमान कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी आए, जिनके साथ भी प्रशासनिक कार्यों और नीतियों को लेकर मतभेद धीरे-धीरे सामने आने लगे। यह विवाद तब चरम पर पहुंचा जब चिकित्सा अवकाश से लौटने पर डॉ. पंडित पुनः कार्यभार संभालने पहुंचे। इस दौरान विवाद में राजनीतिक दखलंदाजी के संकेत भी मिले थे, हालांकि उस समय स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया था।
अर्जित अवकाश से बढ़ी परेशानी
बीते 17 अप्रैल से डॉ. पंडित पुनः अर्जित अवकाश पर चले गए, जिससे विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होने लगा। आगामी 28 मई को होने वाली सीईटी बीएड परीक्षा की तैयारियां भी उनके अनुपस्थित रहने से बाधित हो रही थीं। प्रशासनिक गतिविधियों के संचालन में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए राजभवन द्वारा 18 मई को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई। इस बैठक में कुलसचिव के शामिल न होने के बाद ही यह निर्णय लिया गया।
डॉ. दिव्या रानी हंसदा की नियुक्ति
नए निर्णय के तहत डॉ. दिव्या रानी हंसदा को फिलहाल वित्तीय प्रभार सहित कुलसचिव की जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. हंसदा वर्तमान में गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष और उप-कुलसचिव द्वितीय की भूमिका में हैं। जब तक नये कुलसचिव की बहाली नए नियमानुसार पूरी नहीं होती, तब तक वे इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगी।
गौरतलब है कि कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी और पूर्व कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित दोनों ही पूर्व में छपरा के अलग-अलग कॉलेजों में प्रधानाचार्य के पद पर काम कर चुके हैं।