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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ युद्ध की धमकी दी है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की परमाणु धमकी के बाद, भुट्टो ने कहा कि अगर भारत सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है और नदियों पर बांध बनाना जारी रखता है, तो पाकिस्तान युद्ध छेड़ने से नहीं हिचकिचाएगा। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि पाकिस्तानी जनता को मोदी सरकार के "अत्याचारों" के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम में भारत को युद्ध की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है तो पाकिस्तान युद्ध से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने इन फैसलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया और पाकिस्तानी जनता को भारत के खिलाफ एकजुट होने के लिए उकसाया। भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर भारत युद्ध लड़ना चाहता है, तो पाकिस्तान पीछे नहीं हटेगा। ये बयान पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की परमाणु धमकी के बाद आया है, जिससे दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ रहा है।

बिलावल भुट्टो की धमकी

इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान बिलावल भुट्टो ने साफ़ कर दिया कि अगर भारत सरकार सिंधु जल संधि का उल्लंघन करते हुए नदियों पर बांध बनाना जारी रखती है, तो पाकिस्तान युद्ध से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा, "आपके पास इतनी शक्ति है, इस देश के पास इतनी ताकत है कि हम उनसे युद्ध कर सकते हैं।" उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तान युद्ध की बात नहीं करता, लेकिन अगर भारत युद्ध करना चाहेगा, तो पाकिस्तान पीछे नहीं हटेगा।

प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप

बिलावल भुट्टो ने अपने बयानों के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया। पाकिस्तानी जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "इस संघर्ष में हमें आपकी ज़रूरत है। हमें एकजुट होकर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी होगी।" इस बयान को पाकिस्तानी जनता को भारत के ख़िलाफ़ भड़काने की कोशिश माना जा रहा है।

बिलावल भुट्टो का यह बयान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की परमाणु धमकी के बाद आया है, जो हाल ही में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहे थे। पाकिस्तानी नेताओं द्वारा बार-बार दिए जा रहे ऐसे बयान दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं। भारत सरकार पहले भी ऐसे बयानों को गैर-जिम्मेदाराना बता चुकी है और स्पष्ट कर चुकी है कि वह किसी भी धमकी के आगे नहीं झुकेगी।