Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली मेट्रो में सफ़र करते समय अक्सर लोग मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप या सोते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन कंडोम से भरा एक बड़ा बॉक्स मिलना बेहद चौंकाने वाला है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि एक मेट्रो यात्री को स्टेशन के गेट के पास कंडोम के पैकेटों से भरा एक बड़ा बॉक्स मिला। इनमें से सिर्फ़ तीन पैकेट खुले थे।
यह तस्वीर लोगों को हाल ही में दिल्ली मेट्रो और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जन स्वास्थ्य अभियान के तहत वितरित किए गए कंडोम की याद दिलाती है। इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है।
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने प्रतिक्रिया व्यक्त की
एक यूज़र ने मज़ाक करते हुए लिखा, "शुरू में मुझे लगा कि यह पटाखों का डिब्बा है, लेकिन बाद में पता चला कि यह कंडोम का डिब्बा था।" एक अन्य यूज़र ने कहा, "ये कंडोम पहले बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मुफ़्त में बाँटे जाते थे।" एक अन्य ने कहा, "सरकारी योजनाओं के तहत कंडोम खो जाने की ऐसी घटनाएँ आम हैं।"
दिल्ली मेट्रो और एचएलएल साझेदारी
गौरतलब है कि 2014 में, दिल्ली मेट्रो ने एचएलएल लाइफकेयर के साथ मिलकर मेट्रो स्टेशनों पर वेंडिंग मशीनें लगाई थीं। इन मशीनों पर कंडोम के साथ-साथ गर्भनिरोधक और सैनिटरी नैपकिन जैसे अन्य स्वास्थ्य उत्पाद भी बेचे जाते थे।
कंडोम क्या है?
कंडोम 1960 के दशक में लॉन्च किए गए थे। ये सुरक्षित गर्भनिरोधक और यौन संचारित रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध हैं। एचआईवी/एड्स रोकथाम कार्यक्रमों के तहत गैर-सरकारी संगठनों, आईसीटीसी और एआरटी केंद्रों द्वारा भी इनका वितरण किया जाता है।




