Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात "सेन्यार" तीव्र हो गया है। इस तूफ़ान के बुधवार दोपहर (26 नवंबर, 2025) तक इंडोनेशियाई तट से टकराने की आशंका है। IMD के अनुसार, पिछले छह घंटों में यह सिस्टम तूफ़ान में बदल गया है और लगभग 10 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके कारण न केवल दक्षिण पूर्व एशिया में, बल्कि भारत के तटीय क्षेत्रों में भी मौसम के मिजाज़ में अचानक बदलाव आया है।
मलक्का जलडमरूमध्य वह स्थान है जो अंडमान सागर को दक्षिण चीन सागर से जोड़ता है, इसलिए वहाँ उठने वाला कोई भी तूफ़ान भारत के पूर्वी तट को प्रभावित करता है। आईएमडी के अनुसार, तूफ़ान अगले 24 घंटों तक अपनी तीव्रता बनाए रखेगा और फिर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, और 48 घंटों के बाद पूर्व की ओर मुड़ने की संभावना है। बुधवार को हवा की गति 70-90 किमी प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। गौरतलब है कि इस तूफ़ान का नाम संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने दिया है, जिसका अर्थ है 'शेर'।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात का सबसे पहला असर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में महसूस किया जाएगा। आईएमडी ने अपने राष्ट्रीय बुलेटिन में कहा है कि 26 और 27 नवंबर को कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी। 28-29 नवंबर को बारिश कम हो जाएगी, लेकिन तेज़ समुद्री हवाएँ चलेंगी। अंडमान क्षेत्र के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
बंगाल की खाड़ी में एक अन्य सिस्टम भी सक्रिय है।
मलक्का चक्रवात के अलावा, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अलग निम्न दाब क्षेत्र बना है। आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटों में इस सिस्टम के और मज़बूत होकर एक अवदाब क्षेत्र में बदलने की संभावना है। जैसे-जैसे यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल के कई ज़िलों में भारी बारिश होने की संभावना है। सोमवार से तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश शुरू हो गई है, जिससे तूतीकोरिन ज़िले के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं।
तमिलनाडु में स्कूल और कॉलेज बंद
भारी बारिश और जलभराव के कारण मंगलवार को तमिलनाडु के कई ज़िलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए, लेकिन बुधवार को बंद रहने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि 26 से 29 नवंबर तक तमिलनाडु में गरज के साथ भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसलिए, कई ज़िलों में संस्थान फिर से बंद रहने की संभावना है, लेकिन इसकी पुष्टि स्थानीय प्रशासन द्वारा की जाएगी।
केरल और माहे में 26 और 27 नवंबर को भारी बारिश
केरल में भी मौसम तेज़ी से बदल रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को गरज, बिजली और समुद्री लहरों के साथ भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को ज़रूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।




