
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन दिवाली की शुरुआत होती है। धनतेरस पर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन बर्तन खरीदने से धन और समृद्धि आती है। धनतेरस की शाम को यमदेव को दीपदान किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मृत्यु के देवता यमराज के भय से मुक्ति मिलती है। धनतेरस के दिन किए गए कुछ उपाय बहुत लाभकारी होते हैं। इनमें से देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए चावल का उपाय भी बहुत उपयोगी माना जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
धनतेरस पर करें अक्षत के ये उपाय
धनतेरस के दिन चावल का यह उपाय विशेष फल देता है। इस दिन लक्ष्मी-गणेशजी और कुबेरजी की पूजा करें। इसके बाद चावल के 21 दाने साफ कर लें। अब इन्हें लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में या रात में पैसे रखने वाली जगह पर रख दें। ऐसा करने से घर से आर्थिक तंगी दूर होती है और समृद्धि आती है।
धनतेरस के दिन पूजा करने के बाद घर के सभी सदस्यों को अपने माथे पर तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक में कच्चे चावल का प्रयोग करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
धनतेरस के दिन तांबे के बर्तन में रोली मिलाकर थोड़ा सा अक्षत सूर्य देव को अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भाग्य चमकता है और सभी परेशानियाँ दूर होती हैं।
इस दिन भगवान शिव को चावल के 5 दाने चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। धनतेरस के दिन भगवान शिव को अक्षत चढ़ाने से हर समस्या का समाधान होता है।
अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमज़ोर है और आप हमेशा मानसिक रूप से परेशान रहते हैं, तो धनतेरस के दिन एक मुट्ठी चावल दान करें। ऐसा करने से चंद्रमा मजबूत होता है।