Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पटियाला के किला चौक इलाके में मंगलवार सुबह तब माहौल गर्म हो गया, जब दिलजीत दोसांझ की नई फिल्म की शूटिंग के दौरान दुकानदारों और शूटिंग टीम के सुरक्षा कर्मियों के बीच बहस छिड़ गई। सुबह से ही शूटिंग की तैयारियां चल रही थीं और क्षेत्र में भारी भीड़ भी मौजूद थी।
जानकारी के मुताबिक, फिल्म के एक खास दृश्य के लिए दुकानों के बाहर उर्दू में लिखे बोर्ड लगाए गए थे। जब स्थानीय दुकानदार रोज़ की तरह अपनी दुकानें खोलने पहुंचे, तो सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। इससे दुकानदार नाराज़ हो गए और विरोध शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख मौके पर तनाव फैल गया।
सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत किला चौक पहुंची और दुकानदारों तथा शूटिंग टीम दोनों को समझाकर माहौल शांत कराया। थोड़ी देर बाद शूटिंग को दोबारा शुरू कर दिया गया।
किला चौक और आसपास का इलाका पिछले कई दिनों से फिल्म यूनिट की गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। बताया जा रहा है कि निर्देशक इम्तियाज अली भी टीम के साथ पटियाला में मौजूद हैं और फिल्म के कई महत्वपूर्ण दृश्य यहीं फिल्माए जा रहे हैं।
पटियाला शहर अपने ऐतिहासिक किले, पुरानी बाजार और विरासत गलियों की वजह से फिल्ममेकरों की पसंदीदा लोकेशन रहा है। लेकिन भीड़भाड़ वाले बाजारों में शूटिंग होने से दुकानदारों की रोज़मर्रा की कमाई प्रभावित होती है और रास्ते बंद होने से आम लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। संवाद की कमी की वजह से कई बार तनाव बढ़ जाता है।
ऐसा विवाद पहली बार नहीं हुआ। दिलजीत दोसांझ की फिल्म सूरमा की शूटिंग के दौरान भी ट्रैफिक रुकने पर लोगों ने आपत्ति जताई थी। कबीर सिंह की शूटिंग के समय बारादरी गार्डन और आसपास के दुकानदारों ने रास्ते बंद करने पर विरोध किया था। वहीं अर्जुन पटियाला की शूटिंग में भी दुकानदारों और टीम के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था।




