
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिवाली पर लोग अपने घरों में दीप जलाकर और पटाखे फोड़कर इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। इस वर्ष भी दिवाली हमेशा की तरह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाएगी। दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। प्रदोष काल के शुभ मुहूर्त में की गई यह पूजा घर में सुख-समृद्धि, धन-धान्य और वैभव लाती है।
इसके अलावा, अगर आप वास्तु के अनुसार उपाय करते हैं, तो देवी लक्ष्मी आपके घर आएंगी और आपको कभी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आइए जानते हैं ज्योतिषी वास्तु उपाय।
इस दिन पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि दिवाली का त्योहार भगवान राम और लक्ष्मण के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
दिवाली कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को प्रातः 3:44 बजे प्रारंभ हो रही है। यह तिथि अगले दिन 21 अक्टूबर को प्रातः 5:54 बजे समाप्त होगी। इसलिए दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए अपनाएं ये वास्तु उपाय
ज्योतिषी दिवाली पर घर में वास्तु सिद्धांतों का पालन करने की सलाह देते हैं।
घर की सफाई करें - सबसे पहले घर की पूरी तरह से सफाई करें। सारी गंदगी हटा दें, घर में टूटी हुई मूर्तियाँ, टूटा हुआ कांच न रखें, इससे वास्तु दोष होता है।
घर के मुख्य द्वार पर देवी लक्ष्मी के पैरों के निशान बनाएँ - फिर दिन के समय मुख्य द्वार के अंदर देवी लक्ष्मी के पैरों के निशान लगाएँ। यह अत्यंत शुभ माना जाता है और यह सुनिश्चित करता है कि देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे। दहलीज पर फूल चढ़ाकर पूजा करें।
घर में गंगाजल छिड़कें - गंगाजल में चंदन और कुमकुम मिलाकर पूरे घर में छिड़कें। इससे घर पूरी तरह शुद्ध हो जाएगा। नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और घर में लक्ष्मी का वास होगा।