
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बुद्ध पूर्णिमा के दिन धन का लेन-देन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा शाम के बाद झाड़ू न लगाएं और सूर्यास्त के बाद किसी को नमक दान न करें। इससे घर आई देवी लक्ष्मी वापस लौट जाती हैं।

बुद्ध पूर्णिमा के दिन तुलसी, पीपल और बेल के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। इससे पति की उम्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। आज के दिन शराब व अन्य नशीले पदार्थों से दूर रहें, क्योंकि भविष्य में आपको इसके हानिकारक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
पूर्णिमा के दिन काले, नीले और अन्य गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। गहरे रंग नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे मानसिक अशांति बढ़ सकती है।
शास्त्रों के अनुसार इस दिन देर तक सोने की गलती न करें। इससे आलस्य बढ़ता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है। ईश्वरीय कृपा प्राप्त नहीं होती। ऐसी मान्यता है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून नहीं कटवाने चाहिए और महिलाओं को भी इस दिन बाल नहीं धोने चाहिए। इससे कुंडली में बृहस्पति नाराज हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे दुर्भाग्य आता है।