img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार की राजनीति में मंगलवार को एक बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला, जब जदयू (JDU) के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया। किशनगंज जिले की मुस्लिम बहुल कोचाधामन सीट पर अच्छी पकड़ रखने वाले मुजाहिद आलम का आरजेडी में शामिल होना तेजस्वी यादव का एक बड़ा दांव माना जा रहा है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू को बड़ा झटका लग सकता है।

मुजाहिद आलम की आरजेडी में एंट्री उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में पटना में हुई। तेजस्वी यादव ने मुजाहिद आलम का आरजेडी परिवार में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से सीमांचल क्षेत्र में पार्टी और मजबूत होगी। उन्होंने इस कदम को महागठबंधन के लिए शुभ संकेत बताया।

क्यों है यह नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका?

  • कोचाधामन सीट पर प्रभाव: मुजाहिद आलम का कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटों पर खासा प्रभाव है। यह क्षेत्र अल्पसंख्यक बहुल होने के कारण नीतीश कुमार की जेडीयू के लिए एक महत्वपूर्ण गढ़ माना जाता रहा है, जिसे वे अपनी एमवाई (मुस्लिम-यादव) रणनीति के माध्यम से मजबूत करते रहे हैं। मुजाहिद आलम के आरजेडी में जाने से जेडीयू को इस सीट पर मजबूत मुस्लिम समर्थन गंवाना पड़ सकता है।
  • सीमांचल में एमवाई समीकरण को मजबूती: मुजाहिद आलम के आने से आरजेडी का मुस्लिम-यादव समीकरण सीमांचल क्षेत्र में और अधिक मजबूत होगा। तेजस्वी यादव की नजर इस क्षेत्र पर थी और उन्होंने इस मास्टरस्ट्रोक से अपनी पार्टी को यहां मजबूत करने का प्रयास किया है।
  • नेतृत्व पर सवाल: यह घटना नीतीश कुमार की पार्टी में टूट और उनके नेतृत्व की साख पर सवाल खड़ा कर सकती है, खासकर जब अगले विधानसभा चुनाव करीब हैं। यह संदेश जा सकता है कि जेडीयू के भीतर से ही प्रभावशाली नेता पार्टी छोड़ रहे हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि यह आरजेडी का एक रणनीतिक कदम है, जो बिहार में अपने जनाधार को विस्तार देने और विपक्षी गठबंधन के वोटों में सेंध लगाने की कोशिश का हिस्सा है। मुजाहिद आलम ने पार्टी बदलने का कोई स्पष्ट कारण तो नहीं बताया, लेकिन सियासी गलियारों में इसे आगामी चुनावों में अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना यह होगा कि नीतीश कुमार और जदयू इस झटके से कैसे निपटते हैं और कोचाधामन सीट पर क्या नई रणनीति बनाते हैं।